Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक तापमान बढ़! वोट वाइब के सर्वे में आया चौंकाने वाला नतीजा, जानें किसकी बनेगी सरकार

Bihar Elections 2025:बिहार चुनाव 2025 से पहले सर्वे में महागठबंधन को मामूली बढ़त. जन सुराज बना तीसरा विकल्प, जानिए क्या कहती है जनता और विशेषज्ञ.

Bihar Elections 2025
बिहार विधानसभा चुनाव- फोटो : social media

Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक तापमान बढ़ चुका है. इसी कड़ी में वोट वाइब के कोफाउंडर अमिताभ तिवारी द्वारा करवाए गए ताजा सर्वे ने सभी राजनीतिक दलों को चौकन्ना कर दिया है.

इस सर्वे के मुताबिक 36% वोटर महागठबंधन (INDIA) को समर्थन दे रहे हैं.35% लोग एनडीए (BJP + JDU) के पक्ष में हैं.10% मतदाता प्रशांत किशोर की जन सुराज को भी विकल्प मान रहे हैं.हालांकि ये आंकड़े मामूली अंतर के हैं, लेकिन यह संकेत दे रहे हैं कि बिहार में सत्ता परिवर्तन की संभावनाएं मजबूत हो रही हैं.

कौन-से मुद्दे बना रहे हैं मूड?

40% जनता मानती है कि महागठबंधन रोजगार देने में ज्यादा भरोसेमंद है.केवल 30% मतदाता ही एनडीए पर इस मुद्दे पर भरोसा करते हैं.

विधायक से नाराजगी: बदलाव की लहर?

सर्वे में 54% लोग अपने मौजूदा विधायक को बदलना चाहते हैं.48% जनता सरकार से नाराज है.इन आंकड़ों से साफ है कि जनता का मूड इस बार पूरी तरह सरकार विरोधी (anti-incumbency) है.

वोट ब्लॉक का गणित: कौन किसका है?

अमिताभ तिवारी के अनुसार बिहार की राजनीति में जातिगत वोट बैंक अभी भी सबसे प्रभावशाली फैक्टर है.महागठबंधन को भरोसा है MY (मुस्लिम-यादव) वोट बैंक पर.एनडीए को समर्थन मिल रहा है EBC (अति पिछड़ा वर्ग), महादलित और अपर कास्ट से. हालांकि, प्रशांत किशोर की जन सुराज इन दोनों ही वर्गों में सेंध लगाकर तीसरा मोर्चा बनने की स्थिति में दिखाई दे रही है.

PK काट सकते हैं दोनों का वोट

C-Voter के संस्थापक यशवंत देशमुख ने जन सुराज को लेकर कहा कि PK एक ऐसा प्लेटफॉर्म खड़ा कर रहे हैं जो एनडीए और महागठबंधन दोनों के वोट में सेंध लगा सकता है.उन्होंने यह भी कहा कि वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर मतदाताओं में असहजता है.इसका नुकसान विपक्ष को भी और सत्ताधारी को भी हो सकता है.नीतीश कुमार की निष्क्रियता एनडीए के लिए जोखिम है.