Bihar Budget 2025: राजद के सुनील सिंह की एमएलसी सदस्यता बहाल होने की बुधवार को घोषणा की गई। सदस्यता बहाल होने के बाद आज यानी गुरुवार को राजद एमएलसी सुनील कुमार सदन पहुंचे। सदन पहुंंचते ही राजद एमएलसी ने सीएम नीतीश पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वो अपनी आवाज को उठाते रहेंगे। राजद एमएलसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें न्याय दिया है। यह जीत उनकी नहीं बल्कि राजद के लाखों कार्यकर्ताओं की है जो कदम से कदम मिलाकर उनके साथ खड़े थे।
सीएम नीतीश पर हमला
सुनील कुमार ने कहा कि बिहार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार कुछ भी कर लें वो उनकी आवाज को नहीं दबा सकते हैं। सुनील सिंह ने कहा कि जब राजद सुप्रीमो लालू यादव, हमारे नेता तेजस्वी यादव नहीं डरे तो हमको कैसे डरा दीजिएगा। सुनील सिंह ने बजट पर हमला बोलते हुए कहा कि कागज पर बिहार को ठगा जा रहा है। बजट से छलावा हो रहा है। सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश को अब वो बात कहने को तैयार नहीं है जो पूरा देश औक गुगल तक कहती है।
बीते दिन बहाल हुई सदस्यता
बता दें कि, बीते दिन बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने इसकी सदन में इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा कि राजद के सुनील कुमार सिंह की सदस्यता सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में बहाल की जा रही है. हालाँकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उन्हें 7 महीने का वेतन, पारिश्रमिक आदि का लाभ नहीं मिलेगा. सीएम नीतीश की मिमक्री करने के कारण उनकी सदस्यता खत्म की गई थी जिसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने सुनील सिंह को बड़ी राहत दी थी.
इस कारण हुई थी कार्रवाई
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमक्री करने के कारण बिहार विधान परिषद की सदस्यता गंवाने वाले राजद एमएलसी सुनील सिंह को सुप्रीम कोर्ट में बड़ी जीत मिली थी. 25 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने सुनील सिंह के पक्ष में फैसला सुनाते हुए उनकी एमएलसी सदस्यता बहाल करने का आदेश दिया था. बिहार विधानमंडल का बजट सत्र 28 फरवरी से शुरू हुआ लेकिन सुनील सिंह की सदस्यता बहाल करने को लेकर परिषद की ओर से कोई आदेश नहीं आया था. इस पर पिछले दिनों सुनील सिंह ने चिंता जाहिर की थी. हालांकि अब हार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने इसकी सदन में इसकी घोषणा की कि 25 फरवरी से ही सुनील सिंह की सदस्यता बहाल की जाती है. लेकिन उनके 7 महीने की अवधि का कोई पारिश्रमिक आदि का लाभ नहीं मिलेगा. सुनील सिंह ने अपनी सदस्यता बहाली को लेकर 3 मार्च को सभापति को पत्र लिखा था.