Anant Singh Net Worth: दुलारचंद यादव मर्डर केस में गिरफ्तार अनंत सिंह की संपत्ति जानकर उड़ जाऐंगे होश, नकद, लग्जरी कारें और गहनों से भरा खजाना
Anant Singh Net Worth: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पटना पुलिस ने जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह को मोकामा हत्याकांड में गिरफ्तार किया। अनंत और उनकी पत्नी नीलम देवी की कुल संपत्ति 100 करोड़ से अधिक। अनंत पर 28 आपराधिक मामले दर्ज।
Anant Singh Net Worth: बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मोकामा की राजनीति में बड़ा तूफ़ान आ गया है। दुलारचंद यादव हत्या मामले में पटना पुलिस ने जदयू उम्मीदवार और पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बाढ़ के कारगिल मार्केट से उन्हें पकड़ा, जबकि पहले ऐसी खबरें थीं कि वह जल्द ही सरेंडर करने वाले हैं। लेकिन अचानक हुई इस कार्रवाई ने पूरे राज्य में चुनावी हलचल बढ़ा दी है।गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह को पटना ले जाकर देर रात तक पूछताछ की गई। पुलिस ने उन्हें रातभर हिरासत में रखा और अब रविवार सुबह मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा।
छोटे सरकार की करोड़ों की संपत्ति
छोटे सरकार के नाम से मशहूर अनंत सिंह सिर्फ अपनी दबंग छवि के लिए नहीं, बल्कि अपनी अपार संपत्ति के लिए भी चर्चा में हैं। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनके पास कुल ₹37.88 करोड़ की संपत्ति है, जिसमें ₹26.66 करोड़ चल संपत्ति और ₹11.22 करोड़ अचल संपत्ति शामिल है।उनकी पत्नी नीलम देवी, जो 2020 में राजद के टिकट पर विधायक बनी थीं और अब एनडीए सरकार को समर्थन दे रही हैं, उनसे भी ज़्यादा संपन्न हैं। नीलम देवी ने अपने हलफनामे में ₹62.72 करोड़ की संपत्ति घोषित की है।
नकद, लग्जरी कारें और गहनों से भरा खजाना
अनंत सिंह के पास ₹15.61 लाख नकद और ₹15 लाख के सोने के गहने हैं। वहीं, उनकी पत्नी नीलम देवी के पास ₹34.60 लाख नकद और करीब ₹76.61 लाख के आभूषण दर्ज हैं।सिंह के पास ₹3.23 करोड़ की तीन लग्ज़री एसयूवी हैं, जबकि नीलम देवी के पास ₹77.62 लाख की कारें हैं। दिलचस्प बात यह है कि दोनों के पास गाय और घोड़े जैसी संपत्तियाँ भी दर्ज हैं, जो बिहार की राजनीति में एक अनोखी झलक पेश करती हैं।
बाहुबली छवि और 28 आपराधिक मुकदमे
अनंत सिंह पर कुल 28 आपराधिक मामले दर्ज हैं। मोकामा क्षेत्र में उन्हें एक बाहुबली नेता के रूप में जाना जाता है। वह पाँच बार विधायक रह चुके हैं और उनके परिवार ने लगभग तीन दशकों तक इस सीट पर वर्चस्व बनाए रखा।2022 में UAPA के तहत अयोग्य ठहराए जाने के बाद उन्होंने अपनी सीट पत्नी नीलम देवी को सौंप दी थी। हाल ही में पटना हाईकोर्ट से बरी होने के बाद उन्होंने फिर से चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान किया था।
हत्या कांड से बदल गया चुनावी माहौल
मोकामा विधानसभा क्षेत्र में 6 नवंबर को पहले चरण में मतदान होना है। लेकिन दुलारचंद यादव हत्याकांड ने यहां का चुनाव पूरी तरह गर्मा दिया है। जदयू प्रत्याशी की गिरफ्तारी ने एनडीए के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं, जबकि विपक्ष इस घटना को अपने पक्ष में भुनाने में जुटा है।
अपराध और राजनीति का संगम — मोकामा की पहचान
मोकामा विधानसभा क्षेत्र हमेशा से बाहुबली नेताओं की राजनीति का केंद्र रहा है। यहां जातीय समीकरण और शक्ति प्रदर्शन चुनावी नतीजों को प्रभावित करते हैं। अनंत सिंह और उनका परिवार लंबे समय से इस इलाके की सियासत के निर्णायक चेहरे रहे हैं। अब उनकी गिरफ्तारी ने न केवल मोकामा बल्कि पूरे बिहार की राजनीति को नई दिशा दे दी है।