Bihar elections 2025: विधानसभा चुनाव की दिखने लगी हलचल! तेजस्वी यादव ने NDA पर साधा निशाना, कहा-'हमको सरकार नहीं बनानी है, बिहार का विकास…'
Bihar elections 2025:बिहार चुनाव 2025 को लेकर तेजस्वी यादव पूर्वी चंपारण पहुंचे। बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव से उन्होंने चुनावी बिगुल फूंका और नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए विकास आधारित एजेंडा सामने रखा।

Bihar elections 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट तेज़ हो गई है। हर दल अपने पत्ते खोलने की तैयारी में जुटा है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूर्वी चंपारण की धरती से अपनी चुनावी मुहिम की शुरुआत की।वे बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर सिसवा कोड़र बौद्ध विहार में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे और इसे जन संवाद का मंच बना डाला। इस आयोजन को न केवल धार्मिक, बल्कि राजनीतिक आस्था केंद्र में भी परिवर्तित कर दिया गया।
सरकार नहीं बनानी, विकास करना है”: तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव का यह वाक्य “हमको सरकार नहीं बनानी है, हमें बिहार का विकास करना है”. एक सॉफ्ट पॉलिटिक्स की रणनीति को दर्शाता है, जहां विरोध के साथ-साथ समाधान की दिशा भी दिखाई जाती है।उन्होंने यह भी कहा कि उनकी लड़ाई पढ़ाई, बेरोजगारी, महंगाई और पलायन के खिलाफ है — ये सभी मुद्दे बिहार की जमीनी हकीकत से जुड़े हैं और चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
एक ही फसल बार-बार लगाने से उत्पादन घटता है
अपने वक्तव्य में तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक ही सरकार को बार-बार चुनने से विकास की रफ्तार धीमी हो जाती है। यह टिप्पणी 'परिवर्तन की मांग' को बल देती है।उन्होंने जनता से वादा किया कि उनकी सरकार बनी तो हर घर को 200 यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी।वृद्धा और विधवा पेंशन ₹400 से बढ़ाकर ₹1500 किया जाएगा।प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षा की फॉर्म फीस शून्य होगी।छात्रों को यात्रा भत्ता मिलेगा।इन घोषणाओं का केंद्रबिंदु युवा, महिलाएं और निम्न आय वर्ग रहा — जो कि वोट बैंक की दृष्टि से अहम हैं।
बिहार डोमिसाइल नीति: युवाओं को स्थानीय अधिकार
तेजस्वी यादव ने वादा किया कि उनकी सरकार 100% बिहार डोमिसाइल पॉलिसी लागू करेगी। इससे बिहार के युवाओं को राज्य की नौकरियों में प्राथमिकता मिलेगी और बाहरी राज्यों के लोगों को सीमित किया जाएगा।