Bihar Monsoon: बिहार में आंख-मिचौली की खेल में फंसा मॉनसून! इस वजह से हुआ कमजोर, अभी इतने दिन और करना होगा इंतजार

Bihar Monsoon: बिहार में मॉनसून की प्रगति फिलहाल रुकी हुई है। भागलपुर में सूखा मौसम जारी है, जबकि पूर्वी बिहार में आंधी और बारिश की संभावना के चलते अलर्ट जारी किया गया है। जानिए धान की बुआई से जुड़ी सलाह।

Bihar Monsoon

Bihar Monsoon: बिहार में 2025 का मॉनसून फिलहाल एक बार फिर "अटका हुआ" नज़र आ रहा है। सोमवार की रात से कुछ जिलों में हल्की प्री-मॉनसून बारिश दर्ज की गई, लेकिन भागलपुर और उसके आसपास के इलाके मंगलवार (3 जून) को भी सूखे ही रहे। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मॉनसून बंगाल सीमा पर ठहर गया है, और इसके पीछे पुरवैया हवाओं का कमजोर होना बड़ी वजह है।

 क्यों रुका मॉनसून? मौसम वैज्ञानिकों की व्याख्या

आईएमडी भागलपुर के मौसम वैज्ञानिक आशीष कुमार बताते हैं किपछुआ हवाएं इस समय ताकतवर हैं जो अरब सागर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक तेजी से बढ़ रही हैं।इन हवाओं के प्रभाव से पुरवैया कमजोर हो गई हैं।नमी युक्त बादलों को आगे बढ़ाने वाली ऊर्जा कम हो जाने से मॉनसून फिलहाल स्थिर है।ये स्थिति तब तक बनी रह सकती है जब तक पूर्वी हवाओं को फिर से गति और नमी नहीं मिलती।

 कब तक आएगी बारिश? क्या कहता है पूर्वानुमान?

4 जून से 8 जून के बीच भागलपुर जिले के एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।वहीं राज्य के पूर्वी हिस्सों में तेज हवाओं और आंधी-पानी की स्थिति बन सकती है। हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटा रह सकती है। पूर्वी बिहार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि राज्य के अन्य हिस्सों के लिए यलो अलर्ट।अगले 48 घंटे मौसम की दृष्टि से संवेदनशील और परिवर्तनशील बने रहेंगे।

किसानों के लिए विशेष सलाह: धान की बुआई पर फोकस

बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के डॉ. वीरेंद्र कुमार ने किसानों को मौसम के अनुसार धान की बुआई रणनीति को अपनाने की सलाह दी है कि बिचड़ा गिराने का सर्वोत्तम समय अब से 10 जून तक होगा।साफ आसमान और उचित नमी का होना आवश्यक। बुआई का समय 10 जून से 25 जून तक रहेगा। लंबी अवधि वाले किस्म का चयन करें। सिंचाई की समुचित व्यवस्था रखने की सलाह दी गई है।यह मौसम परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए फसल उत्पादन और नुकसान से बचाव का रास्ता है।