Bihar weather: बिहार में शुरु हुआ भीषण गर्मी का कहर, 31 जिलों हीट वेव का येलो अलर्ट, 42 डिग्री पहुंचा तापमान
Bihar weather: बिहार के मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। दिन का तापमान 42 डिग्री पहुंच गया है। अभी गर्मी और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

Bihar weather: बिहार में बारिश का दौर थमते ही गर्मी ने रफ्तार पकड़ ली है। गर्मी लोगों को परेशानी कर रही है। दिन के साथ साथ रात के तापमान में भी इजाफा हुआ है। कई जिलों का तापमान 40 डिग्री के ऊपर पहुंच गया है। भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। मौसम विभाग की मानें तो पिछले दो दिनों में दिन के तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे अधिकतम तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है।
आने वाले दिनों में और बढ़ेगा तापमान
मौसम विभाग के अनुसार, यह तो महज शुरुआत है। आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ने की संभावना जताई गई है। पटना स्थित भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने आज यानी मंगलवार को बिहार के 31 जिलों में हीट वेव, हॉट डे और उमस भरी गर्मी को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। चेतावनी के अनुसार, इस सप्ताह गर्मी का प्रकोप और बढ़ सकता है।
इन जिलों में हॉट डे
मौसम विभाग ने आज यानी 22 अप्रैल को राज्य के उत्तर-पश्चिम हिस्सों जैसे पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण और उत्तर-मध्य जिलों जैसे मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, वैशाली, समस्तीपुर तथा दक्षिण के जिलों में पटना और गया सहित कुल 19 जिलों में हॉट डे रहने की संभावना है। तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है, लेकिन उमस की वजह से वास्तविक ताप अधिक महसूस होगा।
42 डिग्री पहुंचा तापमान
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 21 अप्रैल को बिहार के कई जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया गया। गोपालगंज में 40.2°C, गया में 41.8°C, भोजपुर में 40°C, बक्सर में 40.9°C, सासाराम में 40.8°C, डेहरी में 42.4°C और औरंगाबाद में 41.7°C तापमान रिकॉर्ड किया गया। दक्षिण बिहार के अधिकांश जिलों में गर्मी ने जोर पकड़ लिया है, वहीं राज्य का सबसे अधिक तापमान डेहरी में 42.4°C दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान छपरा में 23.6°C रहा। आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक, गर्म हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में यह बदलाव आया है। 24 अप्रैल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है, जिसका असर बिहार पर भी देखने को मिल सकता है।