Bihar Weather: बिहार में हाड़ कंपा देने वाली ठंड, इन जिलों के लिए टेंशन वाला अलर्ट जारी, मौसम विभाग की सख्त चेतावनी जान लीजिए

Bihar Weather: बिहार में कड़ाके की ठंड से लोगों को हाल बेहाल है। मौसम विभाग की मानें तो अभी 28 दिसंबर तक राहत की कोई उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने लोगों को घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी है।

ठंड
मौसम विभाग का अलर्ट - फोटो : प्रतीकात्मक

Bihar Weather: बिहार ठंड से ठिठुर रहा है। शीतलहर का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने लोगों को अनावश्यक रुप से घरों से बाहर निकलने से मना की है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले कुछ दिनों तक राहत की कोई संभावनाएं नहीं है। पूरे प्रदेश से सूरज गायब हैं। सूरज के दर्शन हुए कई दिन हो गए हैं। आज यानी बुधवार को भी सुबह से ही कोहरा छाया हुआ है। शीतलहर से लोगों को कड़ाके की ठंड महसूस हो रही है। इसी बीच कई जिलों में स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। 

ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी 

इसी बीच मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी और दरभंगा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है तो वहीं बक्सर, भोजपुर, पटना, नालंदा, अरवल, जहानाबाद, बेगूसराय, शेखपुरा, नवादा, गया, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। 

कोहरे की चपेट में बिहार 

मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार को प्रदेश के 25 जिले कोल्ड-डे और घने कोहरे की चपेट में रहे। इनमें 12 जिलों में घने कोहरे और कोल्ड-डे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि 13 जिलों में यलो अलर्ट लागू है। बिहार में 28 दिसंबर तक घने कोहरे और शीतलहर की स्थिति बने रहने की संभावना है। मंगलवार सुबह पटना, जहानाबाद, भागलपुर, जमुई, दरभंगा, खगड़िया, बक्सर सहित करीब 20 जिलों में घना कोहरा छाया रहा। इस दौरान दृश्यता 10 मीटर से भी कम दर्ज की गई।

4 से 5 दिनों तक राहत नहीं 

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 से 5 दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में मध्यम से घना कोहरा देखने को मिल सकता है। सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रहने की आशंका है। अगले 2 से 3 दिनों में अधिकतम तापमान में 1 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी संभव है, लेकिन न्यूनतम तापमान में खास बदलाव नहीं होने से ठंड से राहत की उम्मीद कम है।