350 KM की रफ्तार से दिल्ली से पटना के बीच चलेगी बुलेट ट्रेन, राजधानी आने में चार घंटे से भी लगेगा कम समय, जानिए रूट और स्टॉपेज
Patna Delhi Bullet train:दिल्ली-हावड़ा बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए बिहार में सर्वे का काम पूरा हो चुका है और इसकी रिपोर्ट रेलवे मंत्रालय को सौंप दी गई है। इस विशाल परियोजना का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा।

Patna Delhi Bullet train:मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के साथ ही, अब देश में एक और महत्वाकांक्षी हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर, दिल्ली से हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारियाँ तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं। यह परियोजना न सिर्फ़ राजधानी दिल्ली को पश्चिम बंगाल के हावड़ा से जोड़ेगी, बल्कि बिहार के लिए भी एक बड़ी सौगात लेकर आएगी। 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चलने वाली यह बुलेट ट्रेन दिल्ली से पटना का सफ़र 4 घंटे से भी कम समय में तय कर लेगी, जो वर्तमान में ट्रेन यात्रा के लिहाज़ से एक लंबी दूरी है।
बिहार में सर्वे पूरा, दो चरणों में होगा निर्माण
दिल्ली-हावड़ा बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए बिहार में सर्वे का काम पूरा हो चुका है और इसकी रिपोर्ट रेलवे मंत्रालय को सौंप दी गई है। इस विशाल परियोजना का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में दिल्ली से वाराणसी तक का खंड तैयार होगा, जिसके बाद दूसरे चरण में वाराणसी से हावड़ा तक का काम पूरा किया जाएगा। इस पूरी परियोजना पर लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च आएगा।
कुल 1669 किलोमीटर का यह सफ़र बुलेट ट्रेन द्वारा लगभग साढ़े 6 घंटे में पूरा कर लिया जाएगा। विशेष रूप से, दिल्ली से पटना तक 1078 किलोमीटर की दूरी सिर्फ़ चार घंटों में तय की जा सकेगी। इसके बाद, पटना से हावड़ा तक का 578 किलोमीटर का सफ़र मात्र दो घंटे में सिमट जाएगा। पटना में इस ट्रेन के लिए 60 किलोमीटर का एलिवेटेड ट्रैक (ऊपर बना हुआ ट्रैक) निर्मित किया जाएगा, जो इंजीनियरिंग का एक महत्वपूर्ण पहलू होगा।इस परियोजना से न सिर्फ़ यात्रा का समय बचेगा, बल्कि यह आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी और इन क्षेत्रों के विकास में सहायक सिद्ध होगी।
रूट और स्टॉपेज: 9 स्टेशनों का सफर
दिल्ली-हावड़ा बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर कुल 9 स्टेशन बनाए जाएँगे। दिल्ली से निकलने के बाद यह ट्रेन सीधे आगरा कैंट पहुँचेगी। इसके बाद इसका अगला पड़ाव कानपुर सेंट्रल होगा। फिर यह अयोध्या से लखनऊ होते हुए सीधे वाराणसी पहुँचेगी। वाराणसी से आगे बढ़कर यह सीधे पटना रुकेगी, जो बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी बिंदु होगा। पटना के बाद यह आसनसोल और अंत में पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्टेशन पर अपने सफ़र का समापन करेगी। इस रूट पर उत्तर प्रदेश में 5, बिहार में 1 और पश्चिम बंगाल में 2 स्टेशन होंगे।