PATNA - पथ निर्माण विभाग के सभाकक्ष में उपमुख्यमंत्री-सह- पथनिर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा द्वारा विस्तृत विभागीय समीक्षा बैठक की गई । इस बैठक में कई विभागीय कार्यों को समयबद्ध और लागत प्रभावी तरीके से निष्पादित करने, अनुश्रवण प्रणाली को बेहतर बनाने, विभाग के उपभागों के बीच बेहतर तालमेल बनाने और सुरक्षित संपर्कता से जुड़े कई अहम निर्णय भी लिए गए ।
6650 करोड़ की परियोजनाओं पर चल रहा काम
उक्त बैठक के बारे में जानकारी देते हुए श्री सिन्हा ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में पथनिर्माण विभाग द्वारा विकसित बिहार के लक्ष्य के साथ करीब 6650 करोड़ रुपए की परियोजनाएं चल रही हैं । इनके अतिरिक्त करीब 2000 करोड़ की योजनाएं निविदा के चरण में हैं और 1060 करोड़ रुपए की योजनाएं एकरारनामा के स्तर पर हैं । प्राथमिकता के आधार पर विभाग के विजन-2030 में राज्य के किसी भी हिस्से को 50 किलोमीटर के भीतर किसी न किसी फोरलेन हाईवे तक पहुंच सुलभ कराने पर बल दिया गया है ।
11 सौ इंजीनियर विभाग के लिए कर रहे काम
श्री सिन्हा ने आगे कहा कि विभागीय कार्यों को सुसंगत बनाने के लिए हम यांत्रिक उपभाग को पुनर्गठित करने पर विचार कर रहे हैं । ताकि अभियंताओं के अनुभव और कार्यक्षमता का युक्तिसंगत लाभ लिया जा सके । साथ ही हम खास विशेषज्ञता रखने वाले अभियंताओं को प्लानिंग, डिजाइन और अनुश्रवण से जोड़कर उनकी दक्षता का लाभ लेंगे । हमारे पास आज करीब 1100 अभियंताओं का कार्यबल है । जिनमें हाल तक सहायक अभियंताओं और उनके ऊपर के वरीय अभियंताओं का पर्याप्त संख्याबल तो था । लेकिन कनीय अभियंताओं की खासी कमी थी । लेकिन बीते दिनों 487 नए कनीय अभियंताओं के आ जाने से विभाग की परियोजनाओं का अनुश्रवण बेहतर होने की पूरी उम्मीद है ।
केंद्र सरकार के साथ बेहतर तालमेल की कोशिश
श्री सिन्हा ने बताया कि बैठक में केंद्र सरकार के साथ बेहतर तालमेल बनाने पर भी बल दिया गया । विभाग के एनएच उपभाग को तय समयसीमा के भीतर कार्य निष्पादन सुनिश्चित कराने के लिए मुख्य अभियंता स्तर पर साप्ताहिक अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया है । हम अनुश्रवण व्यवस्था को और सुदृढ करने के लिए 'मॉनिटरिंग एप' भी विकसित करेंगे । ताकि वरीय अभियंताओं के क्षेत्र भ्रमण का रिकॉर्ड तथा रियल टाइम प्रगति अपडेट मुख्यालय को मिल सके ।
एफओबी और जेब्रा क्रांसिंग को बेहतर करने की कोशिश
श्री सिन्हा ने कहा कि सुलभ और संपर्कता के साथ हमारा विशेष बल सुरक्षित संपर्कता पर भी है । इसके लिए हर डिवीजन में फुटब्रिज, जगह-जगह पर जेब्रा क्रॉसिंग तथा दृष्टिबाधित राहगीरों के लिए रेज्ड रोड मार्किंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है । साथ ही जगह-जगह पर सड़क सुरक्षा मैसेज के साथ गैंट्री साइनबोर्ड भी लगाए जाएंगे ।
उक्त समीक्षा बैठक में विभाग के अपरमुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, सचिव कार्तिकेय धनजी के साथ वरीय अभियंता शामिल हुए ।