पीरपैंती पावर प्लांट पर सियासत – कांग्रेस का आरोप - चुनावी चंदे के लिए अदाणी को भाजपा जदयू ने अडानी को सौंपी 1200 एकड़ जमीन

Patna - बिहार में चुनाव से पूर्व 1200 एकड़ कृषि योग्य जमीन भाजपा के इशारे पर अदाणी पावर को 1 रुपए प्रति वर्ष की दर पर और दस लाख नकदी पेड़ों के कुर्बानी पर दे दिए जाने को लेकर कांग्रेस मुखर होकर विरोध कर रही है।
कल इस मामले को लेकर जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम के नेतृत्व में एक विशाल रैली आयोजित हुई तो वहीं आज बिहार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन व मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ के नेतृत्व में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया।
एक पेड मां के नाम का क्या हुआ
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने बिहार की वर्तमान नीतीश एनडीए सरकार से कड़े सवाल दागे और कहा कि "एक पेड़ मां के नाम" का छलावा करने वाली भाजपा ये बताएं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दस लाख आम लीची जैसे नकदी वृक्षों की कुर्बानी और देश में सबसे महंगी प्रति यूनिट 6.75 रुपए के दर पर बिजली बिक्री किसके फायदे के लिए दे रहे हैं?
चुनावी चंदा के लिए दी जमीन
साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा और नीतीश कुमार ने चुनावी चंदा के लालच में 1 रुपए प्रतिवर्ष के दर पर 33 वर्षों के लिए 1200 एकड़ की कृषि योग्य जमीन अदाणी को सौंप दे रही है।
किसानों का हक मार रही सरकार
बिहार कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने किसानों की हकमारी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह सरकार किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं दे रही है और भयाक्रांत कर जमीन हड़प रही है। उन्होंने 2013 के यूपीए शासन काल के दौरान बनाए गए जमीन अधिग्रहण कानून के अनुसार सर्किल रेट से चार गुणा मुआवजा किसानों को देने की बात कही।
साथ ही उन्होंने कहा कि नियम के अनुसार पांच वर्षों तक यदि अधिग्रहीत जमीन का इस्तेमाल नहीं होने पर उन्हें भू स्वामियों को वापस करने का भी प्रावधान है और उन्हें नए रेट से मुआवजा देने का प्रावधान है।
अडानी को क्यों चुना
सरकारी कंपनियों के रहने के बावजूद प्राइवेट अदाणी पावर को जमीन देना सरकार की मंशा पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है कि आखिर एनटीपीसी जैसे कंपनियों को प्रोत्साहित न करके प्राइवेट अदाणी पावर को यह जमीन क्यों और किसके इशारे पर आवंटित की जा रही है? ये सवाल अनुतरित है।
जांच की मांग
बिहार कांग्रेस इसकी जांच की मांग करता है और साथ ही यह मांग करती है कि प्रभावित किसानों के साथ साथ उक्त संयंत्र में स्थानीय लोगों को नौकरियों में प्राथमिकता के आधार पर बहाली की जाएं ताकि बिहार के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सकें।
संवाददाता सम्मेलन का संचालन प्रदेश प्रवक्ता डॉ स्नेहाशीष वर्धन पाण्डेय ने किया। संवाददाता सम्मेलन में बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ स्नेहाशीष वर्धन पाण्डेय, ई ज्ञान रंजन गुप्ता, असित नाथ तिवारी, सौरभ सिंहा, राजीव मेहता, शशि रंजन यादव, शशांक शेखर सहित अन्य नेतागण मौजूद रहे।
रिपोर्ट – नरोत्तम कुमार