Chandan Mishra Murder Case: तू हमर रेकी करावतरअ...ना बाबा कवनो बात नइखे, फिर हुआ जबरदस्त गाली गलौज, मर्डर से 4 दिन पहले हुई शेरु चंदन से बातचीत
Chandan Mishra Murder Case: मर्डर के 4 दिन पहले शेरु ने चंदन को कॉल किया दोनों के बीच बातचीत हुई...चंदन ने शेरु से पूछा कि वो उसका रेकी करवा रहा है जिसके बाद दोनों के बीच गाली गलौज भी हुआ...

Chandan Mishra Murder Case: बिहार की राजधानी पटना के पारस अस्पताल में दिनदहाड़े कुख्यात गैंगस्टर चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने 48 घंटे के भीतर बड़ी सफलता हासिल की है। एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त टीम ने इस हत्याकांड में शामिल पांच से छह अपराधियों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के अनुसार, फिलहाल सभी आरोपियों से वहीं पूछताछ की जा रही है और कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें पटना लाया जाएगा।
पश्चिम बंगाल से सभी शूटर गिरफ्तार
पुलिस की कार्रवाई फिलहाल अधिकारिक रूप से सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन बताया जा रहा है कि अपराधियों के बंगाल में छिपे होने की सूचना मिलते ही पुलिस की विशेष टीम फ्लाइट से वहां भेजी गई थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी लगातार इस ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे थे। अब तक पकड़े गए अपराधियों में तौसीफ उर्फ बादशाह, बलवंत, अभिषेक, मन्नु सिंह, नीलेश, सूर्यमान और नीशू जैसे नाम सामने आ चुके हैं। माना जा रहा है कि गिरफ्तारी की संख्या और बढ़ सकती है।
शेरु ने किया चंदन को फोन
इसी बीच एक बड़ी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि मर्डर से 4 दिन पहले शेरु ने चंदन को फोन किया था। सूत्रों की मानें तो चंदन को पहले से ही पता था कि शेरु उसका रेकी करवा रहा था इसलिए जब शेरु ने फोन किया तो चंदन ने गुस्से में उससे बात की। दोनों के बीच इस फोन कॉल के दौरान गाली-गौलज भी हुई। चंदन और शेरु के बीच यह फोन कॉल आखिरी फोन कॉल थी। आइए पहले जानते हैं शेरु और चंदन के बीच क्या बातचीत हुई। शेरु ने चंदन को कॉल कर रहा कि, का बाबा...प्रणाम...सब ठीक बा नू? जिसके जवाब में चंदन ने कहा कि, हां बाबू साहेब सब ठीक बा। जिसके बाद चंदन ने पूछा कि बाबू साहेब...सुननी ह कि तू हमार रेकी करावतरअ। जिसके जवाब में शेरु ने कहा कि न बाबा अइसन कवनो बात नइखे। जिसके बाद दोनों के बीच गाली-गलौज हुई।
दोस्ती से दुश्मनी तक चंदन और शेरू की कहानी
इस हत्याकांड के पीछे शेरू सिंह का नाम उभरकर सामने आया है जो फिलहाल पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद है। एक समय चंदन और शेरू न सिर्फ दोस्त थे, बल्कि अपराध की दुनिया में एक साथ कदम रखा था। दोनों की मुलाकात 2007 में बाल सुधार गृह में हुई थी जब वे नाबालिग थे। वहीं से उनकी आपराधिक यात्रा शुरू हुई। बाल सुधार गृह से बाहर आने के बाद दोनों ने मिलकर बक्सर, आरा और आसपास के जिलों में कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया। हत्या, लूट, रंगदारी जैसे मामलों में दोनों का नाम लगातार उभरता रहा। यहां तक कि एक पुलिसकर्मी की हत्या की साजिश भी दोनों ने मिलकर रची थी।
जेल से शुरू हुआ दुश्मनी का अध्याय
चंदन मिश्रा को 8 जुलाई को फिस्टुला के ऑपरेशन के लिए पैरोल पर रिहा किया गया था। इसी दौरान शेरू ने जेल से उसे फोन किया और दोनों के बीच झगड़ा हो गया। 13 जुलाई को हुई इस बातचीत में बात गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी तक पहुंच गई। इसके चार दिन बाद 17 जुलाई को पारस अस्पताल में चंदन की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि पहले उसकी हत्या की योजना पटना AIIMS के बाहर बनाई गई थी लेकिन वहां ज्यादा भीड़ होने के कारण वारदात को अंजाम नहीं दिया जा सका। 15 जुलाई को जब चंदन पारस अस्पताल में भर्ती हुआ तब उसकी हत्या की तैयारी पूरी कर ली गई थी। 17 जुलाई को शूटरों ने ऑपरेशन के बाद आराम कर रहे चंदन को वार्ड में घुसकर ताबड़तोड़ 32 गोलियां मार दीं।
चंदन का अपराधिक सफर और खूनी प्रतिशोध
चंदन मिश्रा बक्सर जिले के सोनवर्षा गांव का रहने वाला था। उसके पिता श्रीकांत मिश्रा भी अपराध की दुनिया से जुड़े रहे हैं। बताया जाता है कि चंदन ने अपने मौसेरे भाई सरपंच संतोष ओझा की हत्या का बदला लेने के लिए इस्लाम मियां के भतीजे की सरेआम हत्या कर दी थी। साल 2011 में रंगदारी न मिलने पर शेरू और चंदन ने मिलकर चूना कारोबारी राजेंद्र केसरी की हत्या कर दी थी। इसके बाद दोनों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया था और करीब एक साल की मशक्कत के बाद बक्सर पुलिस ने दोनों को कोलकाता से गिरफ्तार किया था।
शेरु गैंग के नेटवर्क खंगाल रही पुलिस
इस घटना के बाद बिहार में गैंगवॉर की भयावह तस्वीर सामने आई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को तो दबोच लिया है लेकिन निजी अस्पताल में मर्डर ने सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। वहीं इस हत्याकांड के बाद पुलिस शेरू गैंग के नेटवर्क को खंगाल रही है। कई ठिकानों पर छापेमारी चल रही है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं।