JP Ganga Bridge: जेपी गंगा सेतु में 'दरार' के बाद एक्शन में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, अधिकारियों संग किया निरीक्षण, 3831 करोड़ की लागत से बने पुल में जानें क्रैक का सच

पटना में गंगा नदी के किनारे बने जेपी गंगा सेतु के उद्घाटन के ठीक बाद उसमे दरार आने की खबरों के बाद पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन पूरे एक्शन में आ गये हैं. उन्होंने बुधवार को पुल का निरीक्षण किया और सुरक्षा को लेकर बड़ा आश्वासन दिया.

JP Ganga Bridge

J P Ganga Path : पटना का मरीन ड्राइव कहे जाने वाले जेपी गंगा सेतु के पूरे खंड के उद्घाटन के मात्र 3 दिन बाद ही पुल में दरार आने की खबरों के बाद पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बुधवार को निरीक्षण किया. विभाग के अधिकारियों के साथ उन्होंने जेपी गंगा सेतु के कथित दरार वाले हिस्से का निरीक्षण किया. साथ ही पुल को पूरी तरह से सुरक्षित बताते हुए दावा किया की जेपी सेतु में कोई दरार नहीं है. 


उन्होंने कहा कि जेपी गंगा पथ परियोजना में पथ के जिस भाग में पुल में क्रैक बताया जा रहा है वह किसी प्रकार का क्रैक नहीं है. यह पुल संरचना के अंत में abutment के dirt wall एवं approach slab के बीच का joint है जो  expansion joint के ढलाई से ढँका हुआ था। यह joint, expansion तथा contraction के लिए रखा जाता है। उन्होंने कहा कि दिनांक 10.04.2025 को यातायात परिचालन के शुरू होते ही vibration के कारण यह joint सतह पर उभर गया था जिसे पुनः filler मैटेरियल से भर दिया गया है। पुल संरचना में किसी प्रकार का क्रैक नहीं है। साथ ही जिसे दरार बताया जा रहा है यह पुल के डिज़ाइन का ही हिस्सा है. 


बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि जेपी गंगा पथ में दरार की खबरें निराधार हैं. जिसे दरार बताया जा रहा है वह पुल के डिज़ाइन का हिस्सा है. जहां पुल खत्म होता है और जहां से जमीनी भाग शुरू होता है उस बीच में एक प्रकार की गेपिंग रखी जाती है. लेकिन इसे ही दरार बताकर पेश किया गया. इसलिए पुल की संरचना में कोई दिक्कत नहीं है. पुल पूरी तरह सुरक्षित है. 

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3831 करोड़ से 20.5 किलोमीटर का पुल 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले सप्ताह ही जेपी गंगा पथ परियोजना के अंतर्गत दीघा से दीदारगंज तक के नवनिर्मित पथांश का लोकार्पण किया था. जेपी गंगा पथ की दीघा से दीदारगंज तक कुल लंबाई 20.5 किलोमीटर है. पथ निर्माण विभाग ने पटना शहर में गंगा नदी के दक्षिणी तट पर 3831 करोड़ रुपये की लागत से दीघा से दीदारगंज तक चरणबद्ध तरीके से इसका निर्माण कराया है. इसका शिलान्यास लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मदिवस पर 11 अक्टूबर 2013 को किया गया था, उनके ही नाम पर इसका नामकरण जेपी गंगा पथ किया गया है. इस पुल के निर्माण हो जाने से पटना में ट्रैफिक फ्री आवागमन का यह महत्वपूर्ण हिस्सा हो गया है. हालंकि पुल में दरार की खबरें आने से कई तरह की अफवाह शुरू हो गई. इसके बाद अब नितिन नवीन ने पूरे मामले में भरोसा दिलाया की पुल पूरी तरह सुरक्षित है. 


जेपी गंगा पथ का होगा विस्तार 

जेपी गंगा पथ के दीघा से दीदारगंज तक निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने से पटना के पूर्वी तथा पश्चिमी क्षेत्रों के बीच आवागमन सुगम हो गया है. इसको पूर्व दिशा में दीदारगंज से फतुहा, बख्तियारपुर, बाढ़ होते हुए मोकामा तक और पश्चिम दिशा में बिहटा, कोईलवर तक विस्तारित किया जा रहा है. ऐसे में यह पूरे पटना जिला को एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा. 

वंदना की रिपोर्ट