Bihar Vidhansabha chunav 2025 – राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट की ट्रेनिंग शुरू, चुनावी प्रक्रिया दी गयी जानकारी

Bihar Vidhansabha chunav 2025 - इस साल के अंत में बिहार में होनेवाले विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार निर्वाचन आयोग द्वारा राजनीतिक दलों के बीएलए को विशेष ट्रेनिंग दी है।

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Patna - आगामी विधानसभा आम निर्वाचन, 2025 को ध्यान में रखते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल के निदेश के आलोक में शनिवार से राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट (BLA) के प्रशिक्षण का शुभारंभ जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक अनुसंधान संस्थान, सरदार पटेल मार्ग, पटना में किया गया। यह प्रशिक्षण 10 मई से 26 मई, 2025 तक प्रतिदिन प्रातः 10:30 बजे से सायं 5:00 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।

प्रशिक्षण सत्र के उद्घाटन के बाद उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी ने उपस्थित बूथ लेवल एजेंटों को संबोधित करते हुए चुनाव प्रक्रिया में उनकी भूमिका की महत्ता पर प्रकाश डाला और निष्पक्ष एवं पारदर्शी निर्वाचन की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में बूथ लेवल एजेंटों की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण सत्र में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर तथा सीतामढ़ी जिलों से आए मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के बूथ लेवल एजेंटों ने सहभागिता की।

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प्रशिक्षण के पहले दिन विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में निर्वाचक नामावली (E-Roll) की मूलभूत जानकारी, निर्वाचक नामावली का अद्यतन एवं संक्षिप्त पुनरीक्षण प्रक्रिया, निर्वाचक सूची तैयार करने में निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी (ERO) एवं सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी (AERO) की भूमिका एवं दायित्व, बूथ लेवल एजेंटों की नियुक्ति, कर्तव्य एवं दायित्व, बूथ लेवल अधिकारी (BLO) की नियुक्ति, भूमिका एवं दायित्व, निर्वाचन अभिकर्ता, मतदान अभिकर्ता एवं गणना अभिकर्ता की भूमिका विषय पर विस्तार से जानकारी दी गई। 

प्रशिक्षण का संचालन राष्ट्रीय स्तर एवं राज्य स्तर के मास्टर ट्रेनर्स ने किया, जिनमें अशोक प्रियदर्शी, मनोज कुमार सिंह, राजेन्द्र कर्मशील, संजय कुमार मिश्रा, देवव्रत मिश्रा, प्रियंका सिन्हा, शिखा सिन्हा, स्टेट मीडिया नोडल पदाधिकारी कपिल शर्मा, जन सम्पर्क पदाधिकारी श्री रंजीत रंजन शामिल थे।

समापन सत्र में प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण सत्र निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता एवं प्रभावशीलता को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।