बिहार महागठबंधन का 'डैमेज कंट्रोल': बंद कमरे में कांग्रेस के पूर्व सीएम ने की लालू-तेजस्वी से की मुलाकात, फ्रेंडली फाइट सहित तमाम विवाद सुलझाने का दावा

बिहार महागठबंधन का 'डैमेज कंट्रोल': बंद कमरे में कांग्रेस के

Patna - बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन (राष्ट्रीय जनता दल - राजद और कांग्रेस) के बीच पैदा हुए तनाव को कम करने और 'डैमेज कंट्रोल' के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक और अनुभवी नेता अशोक गहलोत बुधवार को पटना पहुंचे। उन्होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और युवा नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात कर गठबंधन के भीतर के विवादों को सुलझाने की कोशिश की।

गहलोत की यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब सीटों के बंटवारे और कुछ सीटों पर दोनों दलों के उम्मीदवारों के आमने-सामने आने के कारण महागठबंधन की एकता पर लगातार सवाल उठ रहे थे। गहलोत ने लालू प्रसाद के आवास पर उनसे और तेजस्वी यादव से बंद कमरे में लंबी बातचीत की।

मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अशोक गहलोत ने गठबंधन में सब कुछ ठीक होने का दावा किया। उन्होंने कहा, "तमाम काम बहुत अच्छे से चल रहे हैं। एक-दो दिन में जो भी भ्रम है, वह पूरी तरह दूर हो जाएगा।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इतने बड़े गठबंधन में 5-10 सीटों पर विवाद कोई बड़ी बात नहीं है, और इसे 'फ्रेंडली फाइट' के रूप में देखा जाना चाहिए जो कार्यकर्ताओं के उत्साह और स्थानीय परिस्थितियों के चलते पैदा होती है।

गहलोत ने स्पष्ट किया कि लालू प्रसाद यादव ने उन्हें आश्वस्त किया है कि महागठबंधन पूरी तरह एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही राहुल गांधी और तेजस्वी यादव मिलकर साझा चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेंगे, जिससे यह संदेश जाएगा कि वे एनडीए के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं।

माना जा रहा है कि इस मुलाकात में मुख्य रूप से उन सीटों पर चर्चा हुई जहां दोनों पार्टियों के उम्मीदवार नामांकन वापस लेने को तैयार नहीं हैं। इसके अलावा, गठबंधन के चुनावी घोषणा पत्र (मेनिफेस्टो) को लेकर दोनों दलों के बीच जो वैचारिक मतभेद थे, उन्हें भी दूर करने की कवायद की गई। गहलोत की कोशिश है कि गुरुवार को होने वाली महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले सभी भ्रम और विवाद समाप्त हो जाएं, ताकि एकजुटता का स्पष्ट संदेश जनता के बीच जा सके।

Report- ranjan kumar