Bihar crime - बीपीएससी की नौकरी हासिल करने के लिए धर्मेंद्र से बन गया प्रिंस, निलंबित सीओ के ठिकाने पर निगरानी की छापेमारी में हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा, मिली अकूत अवैध संपत्ति
Bihar crime - बीपीएससी की नौकरी हासिल करने के लिए नाम बदलकर फर्जी सर्टिफिकेट दिया। अब अधिकारी पर नौकरी गंवाने का खतरा मंडराने लगा है।

patna - बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों पर विशेष निगरानी इकाई टीम की करवाई लगातार जारी है ।पद पर रहते हुए अवैध रूप से धनार्जन करने वाले भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारी पर जीतो टॉलरेंस की नीति पर कार्य किया जा रहा है।
दरअसल 2025 अप्रैल माह में मिली शिकायत पर पटना अंचल अधिकारी प्रिंस राज को विशेष निगरानी विभाग की टीम ने घुस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था जिसके बाद विभाग ने कड़ा एक्शन लेते हुए अंचल अधिकारी प्रिंस राज को निलंबित कर जांच के आदेश दिए गए थे।
निगरानी विशेष कोर्ट से मिली इजाजत पर निगरानी विशेष इकाई ने निलंबित अंचल अधिकारी प्रिंस राज के 3 ठिकानों पर छापेमारी की है जहां से अवैध अर्जित संपत्ति का पता चला साथ ही एक बड़े गोरख धंधे का भंडाफोड़ हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार निलंबित अंचल अधिकारी प्रिंस राज ने फर्जी तरीके से BPSC 60 - 62 वीं परीक्षा में अंचल अधिकारी के पद पर चयनित किए गए।जिसमे जन्म तिथि बदलकर सर्टिफिकेट से नौकरी हासिल की गई थी।
मैट्रिक के दो सर्टिफिकेट, दोनों में अलग नाम
वहीं छापेमारी में निलंबित अंचल अधिकारी प्रिंस राज के ठिकाने से मैट्रिक के दो सर्टिफिकेट मिले जिसमे एक प्रिंस राज तो दूसरे में धर्मेंद्र कुमार के नाम का मिला है जो दोनों आरोपित का है। ऐसे में निलंबित अंचल अधिकारी ने बड़ा खेल कर इस पद को हासिल किया और अवैध तरीके से अकूत संपत्ति अर्जित की है। वहीं अब बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से इनके मैट्रिक सर्टिफिकेट को रद्द करने की अपील की गई है।
पटना से अनिल की रिपोर्ट