भारत के लिए गर्व का पल: दिवाली बनी यूनेस्को अमूर्त विश्व धरोहर, इससे पहले सूची में इन्हें किया गया शामिल
भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण! यूनेस्को ने 'दिवाली' को अमूर्त विश्व धरोहर घोषित किया। दिल्ली में चल रही बैठक में लगी मुहर, अब भारत की 16 धरोहरें इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल।
New Delhi - नई दिल्ली में चल रही यूनेस्को की इंटर-गवर्नमेंटल कमेटी फॉर इंटैन्जिबल हेरिटेज की 20वीं बैठक (8-13 दिसंबर) के दौरान यह ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। जैसे ही सूची में दिवाली को शामिल करने की घोषणा हुई, पूरा हॉल 'वंदे मातरम्' के नारों से गूंज उठा।
पीएम मोदी ने कहा- 'सभ्यता की आत्मा'
इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "दिवाली हमारी संस्कृति और प्रकृति से जुड़ी है। यह हमारी सभ्यता की आत्मा और ज्ञान व धर्म का प्रतीक है। यूनेस्को की सूची में शामिल होने से इसकी वैश्विक लोकप्रियता और बढ़ेगी।"
भारत की 16वीं अमूर्त धरोहर

दिवाली के शामिल होने के साथ ही भारत की अब कुल 16 परंपराएं यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (Intangible Cultural Heritage) सूची में दर्ज हो गई हैं। इससे पहले 2023 में गुजरात के 'गरबा' और 2021 में 'कोलकाता की दुर्गा पूजा' को यह सम्मान मिला था।
उत्सव की तैयारी
इस सम्मान को सेलिब्रेट करने के लिए केंद्र सरकार ने 10 दिसंबर को विशेष दीपावली समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया है, ताकि दुनिया के सामने भारत की सांस्कृतिक शक्ति को प्रदर्शित किया जा सके।
भारत की 16 अमूर्त विश्व धरोहरों की सूची (वर्षवार):
| धरोहर का नाम | शामिल होने का वर्ष |
| वेद पठन | 2008 |
| कुटियट्टम | 2008 |
| रामलीला | 2008 |
| राम्मन | 2009 |
| मुदियेट्टू | 2010 |
| कालबेलिया लोक गीत और नृत्य | 2010 |
| छऊ नृत्य | 2010 |
| लद्दाख में बौद्ध पाठ | 2012 |
| मणिपुर का संकीर्तन | 2013 |
| जंडियाला गुरु के ठठेरा बर्तन निर्माण | 2014 |
| योग | 2016 |
| नवरोज | 2016 |
| कुंभ मेला | 2017 |
| कोलकाता की दुर्गा पूजा | 2021 |
| गुजरात का गरबा | 2023 |
| दिवाली | 2025 |