Bihar News: बिहार में जल्द ही टाटानगर और जेपी नगर जैसी औद्योगिक टाउनशिप विकसित की जाएगी। इन टाउनशिपों में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, मॉल, शॉपिंग सेंटर, निजी जल आपूर्ति प्रणाली, कौशल विकास केंद्र और औद्योगिक संस्थान स्थापित किए जाएंगे। टाउनशिप में 24 घंटे बिजली और पानी की सुविधा उपलब्ध होगी। साथ ही फैक्ट्रियों की भी स्थापना होगी। इस परियोजना से लगभग एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना है। यह टाउनशिप लगभग 1,700 एकड़ क्षेत्र में बनाई जाएगी।
पहले चरण में गया में होगी शुरुआत
टाउनशिप विकास की पहली परियोजना गया में शुरू होगी। यदि यह सफल रहती है तो वैशाली, सीतामढ़ी, मुंगेर, बेगूसराय, मधुबनी, औरंगाबाद, कैमूर, ठाकुरगंज, पूर्णिया, सोनपुर, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में भी ऐसी टाउनशिप विकसित की जाएगी। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए, टाउनशिप के 40% हिस्से में हरियाली होगी।
निवेश और विकास की योजना
निवेशकों को अप्रैल 2025 से जमीन आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू होगी। 2027 तक टाउनशिप में आवासीय और औद्योगिक इकाइयों की स्थापना पूरी कर ली जाएगी, जिसके बाद उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। टाउनशिप में 16,000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए एक स्पेशल पर्पज व्हीकल (SPV) का गठन किया गया है, जिसे बिहार इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग सिटी गया लिमिटेड के नाम से जाना जाएगा। यह निवेशकों को औद्योगिक नीति और सुविधाओं के बारे में जानकारी देगा तथा उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित करेगा।
टाउनशिप के प्रमुख लाभ
1. काम करने के साथ ही परिवार के रहने की सुविधा।
2. 24 घंटे बिजली, पानी और सुगम यातायात की व्यवस्था।
3. कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और बाजार की सुविधा।
4. कार्यस्थल तक आसानी से पहुंचने की व्यवस्था।
5. सुरक्षित वातावरण, बाहरी व्यक्तियों का सीमित प्रवेश।
6. अत्याधुनिक पावर सबस्टेशन की सुविधा।
7. निजी जल आपूर्ति और सीवरेज ट्रीटमेंट सिस्टम।
8. शॉपिंग सेंटर, बाजार और मनोरंजन सुविधाएं।
9. पार्क और खेल के मैदान की सुविधा।
10. 40% हरित क्षेत्र, जिससे शुद्ध वायु और पर्यावरण संतुलन बना रहेगा।
शहरीकरण को मिलेगा बढ़ावा
औद्योगिक टाउनशिप से शहरीकरण को बढ़ावा मिलेगा और एनसीआर मॉडल पर काम किया जाएगा। उद्योग विभाग के अनुसार, यदि पटना के आसपास बिहटा, नौबतपुर, बख्तियारपुर जैसे क्षेत्रों में टाउनशिप विकसित की जाती है, तो शहर का विस्तार लखनऊ, बरेली, नोएडा और चंडीगढ़ की तरह हो सकता है।
जमीन अधिग्रहण पर विशेष ध्यान
औद्योगिक टाउनशिप के लिए उद्योग विभाग मुजफ्फरपुर, पटना, सहरसा, मुंगेर, हाजीपुर और भागलपुर में स्थानीय लोगों से संपर्क कर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज कर रहा है। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में जमीन की उपलब्धता एक चुनौती बनी हुई है।
सरकार की प्रतिबद्धता
बिहार सरकार औद्योगिक विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा के अनुसार, टाउनशिप के निर्माण से निवेशकों और कर्मचारियों को कार्यस्थल के पास ही सभी सुविधाएं मिलेंगी, जिससे औद्योगिक विकास को नई गति मिलेगी।