Bihar News : ममता होटल के संस्थापक यमुना सिन्हा का पटना में हुआ निधन, मंत्री अशोक चौधरी, जदयू नेता छोटू सिंह के साथ कई गणमान्य लोगों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

Bihar News : पटना में ममता होटल के संस्थापक और समाजसेवी यमुना सिन्हा का निधन हो गया. जिसके बाद बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी और जदयू नेता छोटू सिंह ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजली दी......पढ़िए आगे

Bihar News : ममता होटल के संस्थापक यमुना सिन्हा का पटना में
यमुना सिन्हा का निधन - फोटो : SOCIAL MEDIA

PATNA : ममता होटल के संस्थापक एवं प्रख्यात समाजसेवी यमुना सिन्हा के निधन से आज पूरे समाज में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निधन की सूचना मिलते ही समाज के विभिन्न वर्गों, व्यापारिक संगठनों और राजनीतिक गलियारों में गहरा दु:ख व्याप्त है। स्थानीय नागरिकों ने उनके निधन को एक युग का अंत बताते हुए इसे समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति करार दिया है।

सिन्हा के पटना स्थित आवास पर आज शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा रहा। बिहार सरकार के मंत्री  अशोक चौधरी ने उनके आवास पहुंचकर पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। उनके साथ शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सैयद सलमान हुसैन तथा बिहार राज्य नागरिक परिषद के महासचिव अरविन्द कुमार सिंह उर्फ़ छोटू सिंह भी मौजूद रहे। इन सभी गणमान्य व्यक्तियों ने शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया।

शोक व्यक्त करते हुए मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि दिवंगत यमुना सिन्हा मात्र एक सफल व्यवसायी ही नहीं, बल्कि एक अत्यंत उदार हृदय वाले समाजसेवी थे। उन्होंने सदैव समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कार्य किया। उनके असामयिक निधन से बिहार ने एक ऐसा व्यक्तित्व खो दिया है जिसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं है। उनकी सादगी और सेवाभाव आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।

वहीँ छोटू सिंह ने कहा की यमुना सिन्हा का सामाजिक और व्यावसायिक योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। ममता होटल के माध्यम से उन्होंने न केवल आतिथ्य सत्कार के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई, बल्कि अपने परोपकारी कार्यों के जरिए हजारों लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया। वे भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन अपने महान कार्यों और आदर्शों के माध्यम से वे सदैव लोगों के हृदय में जीवित रहेंगे।

इस दुखद अवसर पर उपस्थित सभी नेताओं और शुभचिंतकों ने सामूहिक रूप से ईश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए मौन रखा और ईश्वर से कामना की कि उन्हें अपने श्रीचरणों में उच्च स्थान प्रदान करें। साथ ही, प्रार्थना की गई कि ईश्वर इस कठिन घड़ी में उनके परिवार को इस अपार और असहनीय दुख को सहने की शक्ति एवं संबल प्रदान करें।