Bihar Politics: कद्दावर यादव नेता का बड़ा ऐलान, एनडीए की टिकट से इस सीट से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव, हो गया तय, टेंशन में तेजस्वी

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कद्दावर यादव नेता ने बड़ा दावा कर दिया है। यादव नेता ने कहा है कि वो एनडीए की टिकट से चुनाव लड़ेंगे। पढ़िए आगे...

सम्राट चौधरी तेजस्वी यादव
यादव नेता का बड़ा दावा - फोटो : social media

Bihar Politics:  बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। राज्य में सभी पार्टियों की ओर से चुनाव की तैयारी की जा रही है। वहीं इसी बीच कई पार्टियों को झटका भी लग रहा है। इसी बीच लखीसराय जिले के कद्दावर नेता और राजद के टिकट से विधायक बने प्रह्लाद यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव में सूर्यगढ़ा सीट से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। गुरुवार को विधानसभा परिसर में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वे एनडीए के टिकट पर मैदान में उतरेंगे। हालांकि टिकट जदयू या भाजपा में से किस दल से मिलेगा। इसका फैसला नेतृत्व करेगा।

प्रह्लाद यादव ने राजद छोड़कर दिया था नीतीश को समर्थन

बता दें कि प्रह्लाद यादव 2020 में राजद के टिकट पर विधायक बने थे लेकिन फरवरी 2024 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वास मत के दौरान उन्होंने जदयू के पक्ष में मतदान कर सबको चौंका दिया था। तब से ही उनके एनडीए में शामिल होने की चर्चा जारी थी।

ललन सिंह की टिप्पणी से मचा था टिकट को लेकर संशय

प्रह्लाद यादव के टिकट को लेकर संशय तब गहरा गया जब जदयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने हाल ही में बयान दिया था कि सूर्यगढ़ा जदयू की पारंपरिक सीट है और वहां से कोई आतंक फैलाने वाला उम्मीदवार नहीं दिया जाएगा। हालांकि सिंह ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह बयान सीधे तौर पर प्रह्लाद यादव पर ही निशाना माना गया।

प्रह्लाद यादव का पलटवार

ललन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए प्रह्लाद यादव ने कहा, किसी के कहने से कोई गुंडा नहीं हो जाता। हम लखीसराय से छह बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। क्या जनता गुंडों को वोट देती है? उन्होंने यह भी कहा कि 2020 में ललन सिंह ने उनके खिलाफ जमकर प्रचार किया था, लेकिन परिणाम सबके सामने है। प्रह्लाद ने दो टूक कहा कि कोई एक व्यक्ति तय नहीं करेगा कि किसे टिकट मिलेगा। यह नेतृत्व का विषय है। और हम मैदान में जरूर उतरेंगे।

राजनीतिक समीकरण क्या कहते हैं?

प्रह्लाद यादव लखीसराय और सूर्यगढ़ा क्षेत्र में मजबूत जनाधार रखते हैं। अगर उन्हें एनडीए से टिकट मिलता है, तो यह राजद के लिए झटका हो सकता है। वहीं दूसरी ओर ललन सिंह और प्रह्लाद यादव के बीच चल रही खींचतान आने वाले समय में जदयू की रणनीति पर असर डाल सकती है।