Bihar Politics - बिहार के यूथ आइकॉन और उद्यमी निशिकांत सिन्हा ने की 'जन आशीर्वाद पार्टी' की घोषणा, पटना में की हक हुंकार रैली

Bihar Politics - बिहार के युवा उद्यमी निशिकांत सिन्हा ने राजनीति मे उतरने का फैसला लिया है। आज पटना में हक हुंकार रैली के साथ उन्होंने जन आशीर्वाद पार्टी की घोषणा की।

Bihar Politics - बिहार के यूथ आइकॉन और उद्यमी निशिकांत सिन्ह

Patna -  सम्म्राट अशोक कन्वेन्शन सेंटर बापू सभागार पटना के भीतर और बाहर उपस्थित लाखों की भीड़ के बीच बिहार के यूथ आइकॉन और उद्यमी निशिकांत सिन्हा ने बिहार के नए बदलाव के लिए जन आशीर्वाद पार्टी की घोषणा की। जिसका स्वागत ताली बजाकर लाखों हाथों ने किया।

इसके पूर्व श्री निशिकांत सिन्हा के नेतृत्व में लाखों की भीड़ ने गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर पटना से सम्राट अशोक के झंडे के साथ हक हुंकार रैली की शुरुआत की। करीब एक किलोमीटर तक पद्यात्रा करते हुए श्री सिन्हा के साथ उनके कार्यकर्ता सम्राट अशोक कन्वेन्शन सेंटर के बापू सभागार पहुंचे जहां फूलों की बरसात से श्री सिन्हा का स्वागत किया गया।

सभागार में प्रवेश करते ही जन आशीर्वाद प्रमुख निशिकांत सिन्हा का लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया। लोगों के बीच से आवाज आती रही निशिकांत सिन्हा जिन्दाबाद, बिहार का बेटा जिन्दाबाद। राष्ट्र के महान विभूतियों के माल्यार्पण के पश्चात दीप का प्रज्वलन कर हक हुंकार रैली की सभा का जन आशीर्वाद प्रमुख निशिकांत सिन्हा ने उद्घाटन किया। तत्पश्चात विभिन्न जिलों से आए हुए सभी मंचासीन अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र दे कर किया गया। सभा की अध्यक्षता ओम प्रकाश मेहता करते हुए जन आशीर्वाद की इस हक हुंकार रैली के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और समाज की एकजुटता पर प्रकाश डाला। सभा की उद्धघोषक रंजिता कुशवाहा ने किया।

जितनी आबादी, उतनी हिस्सेदारी

सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि निशिकांत सिन्हा ने कहा यह रैली अपने हक के लिए और 90% शोषित, वंचितजनों की हुंकार बनेगी। इस आंदोलन से जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी मिलेगी। बिहार की माटी सदियों से सामाजिक अन्याय, सामंतवाद और राजनीतिक सौदेबाजी होला है हर बार कुर्सियाँ बंटी. लेकिन कुशवाहा समाज और 90% शोषित वंचित जनसमूह को वादों का लालीपॉप मिला। अबतक कुशवाहा समाज को सत्ता की सीढ़ी बनाकर कचरे में फेंका जाता रहा है अब यह दौर बदलेगा, इसबार हम इस्तेमाल नहीं होंगे, इसबार हिसाब होगा। समाज जग चुका है अब हर 90% आबादी अपने अनुपात मे सत्ता की हिस्सेदारी लेगा अब यूज एण्ड थ्रो नहीं होगा। 

आत्मसम्मान की महाक्रांति

आज की यह हक हुंकार रैली, महज एक रैली नहीं बल्कि यह सामाजिक जागरण, राजनीतिक चेतना और आत्मसम्मान की महाक्रांति का शंखनाद है सम्राट अशोक के वंशजों और बाबू जगदेव प्रसाद जी के जनआदर्शों को दर किनार कर सत्ता को बंधुआ बनाए रखनेवाले हर तंत्र को इस हक हुंकार रैली से सीधा जबाब मिलेगा। यह रैली हमारी सामूहिक शक्ति का प्रतीक बनेगा, जहा से नया बिहार का उदय होगा और व्यवस्था बदलेगी, पलायन रुकेगा, गाँव-गाँव मे औद्योगिक विकास होगा, खेती को औद्योगिक दर्जा मिलेगा। अब नेतृत्व उन हाथों में होगी जो सदियों से वंचित रहे हैं। जन प्रतिनिधि जनता के बीच से चुनकर आएगा और उनका सरकारी आवास उनके कार्यक्षेत्र में होगा। जिस समाज मे संख्या बल है, श्रम है, प्रतिभा है और संकल्प है उस समाज को नेतृत्व से वंचित रखना अन्याय है। अब अन्याय नहीं हिस्सेदारी चाहिए।

इन लोगों ने किया संबोधित

सभा को सर्व शहनवाज़ चौधरी, राकेश कुशवाहा, कीर्तन प्रसाद, शोषित समाज दल के अखिलेश प्रसाद मोतीहारी के प्रोफेसर मदन प्रसाद, नालंदा के शिवनंदन प्रसाद, सहरसा के जयशंकर प्रसाद, नवादा के दयानन्द कुशवाहा आदि ने संबोधित किया। बिहार भर से आए लोगों का धन्यवाद करते हुए अध्यक्षीय भाषण के साथ सभा का समापन की घोषणा अध्यक्ष ओमप्रकाश मेहता ने किया।