उप राष्ट्रपति की रेस में बिहार से नीतीश सहित तीन चेहरे शामिल, विधानसभा चुनाव के पहले भूमिहार को खुश करेगी भाजपा! ललन-चिराग को मिली बड़ी जिम्मेदारी

7 अगस्त को होने वाले उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए इस बार बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा बड़ा संदेश दे सकती है जो चुनावी फायदे का सौदा साबित हो.

Vice President Election
Vice President Election- फोटो : news4nation

Vice President Electionउपराष्ट्रपति पद के लिए नौ सितंबर को होने चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही बिहार में कई सियासतदानों के नाम अगले उपराष्ट्रपति के लिए उछलने लगे हैं. निर्वाचन आयोग ने एक दिन पहले यानी 7 अगस्त को उप राष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है और इसके साथ ही नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है. वहीं अगले उप राष्ट्रपति के नाम को तय करने के लिए गुरुवार को संसद भवन परिसर में आयोजित एक अहम बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को एनडीए की ओर से उम्मीदवार चयन का अधिकार सौंपा गया. 


बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जिसमें गृहमंत्री अमित शाह, जदयू नेता ललन सिंह, शिवसेना (शिंदे गुट) के श्रिकांत शिंदे, टीडीपी के लवू श्री कृष्ण देवरा‍यालु और लोजपा (रामविलास) के चिराग पासवान शामिल थे. बिहार से आने वाले ललन सिंह और चिराग पासवान का बैठक में होना बेहद अहम माना जा रहा है. अगले उप राष्ट्रपति के नाम को तय करने में इनके सुझावों की अहम भूमिका मानी जा रही है. खासकर बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा की ओर से बिहार के लोगों के लिए कोई बड़ा संदेश देने की कोशिश हो सकती है. 


कौन होगा  उम्मीदवार

सूत्रों के अनुसार सत्ताधारी एनडीए में अभी कोई जल्दबाजी नहीं है; रक्षाबंधन के बाद उम्मीदवार तय करने को लेकर विचार-विमर्श तेज होगा. चर्चित नामों में राज्यसभा उपसभापति Harivansh Narayan Singh (JD(U)) प्रमुख: क्योंकि वे पदेन सभापति भी हैं. अन्य NDA उम्मीदवारों में Arif Mohammad Khan (Bihar के राज्यपाल), Nitish Kumar (मुख्यमंत्री बिहार), J. P. Nadda, Manoj Sinha आदि के नाम भी सामने आ रहे हैं.


भूमिहार पर दांव 

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा इस रेस प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. भूमिहार जाति से आने वाले मनोज सिन्हा भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व रेल राज्यमंत्री रहे हैं. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के मूल निवासी मनोज सिन्हा को जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद क्षेत्र में स्थिरता लाने का श्रेय दिया जाता है. साथ ही उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी नेता माना जाता है. ऐसे में बिहार विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा के परम्परागत वोटर माने जाने वाले भूमिहार जाति को बड़ा संदेश देने के लिए मनोज सिन्हा को अगला उप राष्ट्रपति बनाया जा सकता है. 


हरिवंश भी रेस में 

राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश के नाम की जोरदार चर्चा है. वे पत्रकार रहे हैं और जदयू कोटे से राज्यसभा सदस्य हैं. नीतीश कुमार के साथ ही पीएम मोदी और अन्य एनडीए घटक दलों के नेताओं के साथ बेहतर सम्बंध रहा है. वे जाति से राजपूत हैं और यूपी मूल के हैं. 


नीतीश कुमार सबसे मजबूत चेहरा 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उप राष्ट्रपति की दौड़ में सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है. वे अगर  उप राष्ट्रपति बनते हैं तो बिहार में भाजपा को अपना सीएम देने का रास्ता भी साफ हो जाएगा. हालांकि जदयू नेताओं की ओर से नीतीश कुमार के नाम को लेकर ऐसी किसी चर्चा से इनकार किया जाता रहा है. वहीं जदयू के कई नेता मानते हैं कि नीतीश कुमार को अब अपने बेटे निशांत को राजनीतिक विरासत सौंपना चाहिए. वहीं खुद उन्हें उप राष्ट्रपति जैसे सम्मानजनक पद पर जाकर सियासी विदाई लेनी चाहिए. 


उप चुनाव का शेड्यूल 

नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि: 21 अगस्त 2025। दस्तावेजों की जांच: 22 अगस्त 2025। नाम वापस लेने की अंतिम तिथि: 25 अगस्त 2025। मतदान एवं मतगणना: 9 सितंबर 2025 को संपन्न होगा.