तेजस्वी को विधानसभा में विजय चौधरी ने पढ़ाया पाठ, भारत में रहने वाला हर व्यक्ति नहीं बनता मतदाता, जान लीजिये नियम, एसआईआर पर 2003 का खोला राज

संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि एसआईआर पर किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने तेजस्वी यादव को संविधान का हवाला देकर बताया कि कौन व्यक्ति भारत में मतदाता बन सकता है.

Vijay Chaudhary taught Tejashwi Yadav
Vijay Chaudhary taught Tejashwi Yadav- फोटो : news4nation

Bihar News: मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर विपक्ष की आपत्तियों के बीच गुरुवार को बिहार विधानसभा में इस पर चर्चा हुई. नेता प्रतिपक्ष ने चर्चा की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आश्वासत मांगा कि किसी बिहारी का नाम वोटर लिस्ट से नहीं कटे यह तय हो. उन्होंने बड़ी संख्या में वोटरों का नाम मतदाता सूची से काटे जाने की आशंका जताई. तेजस्वी की चिंताओं पर सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि एसआईआर पर किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने तेजस्वी यादव को संविधान का हवाला देकर बताया कि कौन व्यक्ति भारत में मतदाता बन सकता है. 


उन्होंने कहा कि बिहार सरकार भी यह आश्वस्त करना चाहती है कि बिहार का कोई भी सही मतदाता का नाम मतदाता सूची से बाहर नहीं जाएगा. कोई भी सही और वाजिब मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से बाहर नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि संविधान कहता है कि हर व्यक्ति जो यहां रह रहा है वह मतदान का अधिकारी नहीं हो जाएगा बल्कि जिसको भारत के नागरिकता प्राप्त होती है वही मतदाता बन सकता है. इसलिए एसआईआर में ऐसे लोगों का नाम नहीं कटेगा जो भारत के नागरिक हैं. 


विजय चौधरी ने कहा कि विपक्ष का कहना है कि मात्र एक महीने से एसआईआर कैसे होगा तो इसके लिए उन्हें वर्ष 2003 की समय सीमा भी देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछली बार जब एसआईआर हुआ था तब भी सिर्फ एक महीने में पूरी प्रक्रिया हुई थी. उस समय 15 जुलाई 2003 से 14 अगस्त 2003 तक ही एसआईआर हुआ था. इतना ही नहीं बिहार में जातीय गणना में हाउस टू हाउस की गणना भी सिर्फ 15 दिनों में हुई थी. इसलिए इस बार एक महीने में एसआईआर हो रहा है तो इसे लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए. 


तेजस्वी ने उठाये सवाल 

तेजस्वी यादव ने कहा कि वर्ष 2005 से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं और पिछले 11 वर्षों से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं. इसके बाद भी अगर देश में घुसपैठियों का नाम वोटर लिस्ट में सामने आया है तो यह उनकी सरकार के ऊपर बड़ा सवाल है. तेजस्वी ने कहा मौजूदा समय में चुनाव आयोग की ओर से मतदाताओं को फर्जी बताने की जो बातें की जा रही है तो इसका तो मतलब हुआ कि वर्ष 2003 के बाद से जितने भी चुनाव हुए तो सभी चुनाव में जीतने वाले लोग फर्जी है. अगर कोई विदेशी घुसपैठिया आया है तो यह सरकार की गलती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आश्वासत करना चाहिए कि किसी बिहारी का नाम वोटर लिस्ट से नहीं कटेगा. 


महबूब आलम बरसे 

सीपीआई-माले के महबूब आलम ने कहा कि केंद्र सरकार चुनाव आयोग के जरिए गरीबों को वोट से वंचित करने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के 780 पन्ने के एफिडेविट में एक भी घुसपैठिया का नाम नहीं है, घुसपैठिया शब्द नहीं है। ये लोग घुसपैठिया का नैरेटिव बनाकर असल में मुसलमानों को गाली दे रहे हैं।