बिहार की महिलाएं अब जवाब दे रहीं ‘बटन’ से, छेड़खानी पर हर महीने 14 हजार से ज्यादा बार दबाया जाता है पैनिक अलर्ट

Bihar News: बिहार में महिलाएं अब छेड़खानी और अश्लील टिप्पणियों जैसी घटनाओं के खिलाफ चुप नहीं बैठतीं वे सिटी राइड बसों में लगे पैनिक बटन का तेजी से इस्तेमाल कर रही हैं।

Panic alert
‘बटन’ से छेड़खानी का जवाब- फोटो : social Media

Bihar News: बिहार में महिलाएं अब छेड़खानी और अश्लील टिप्पणियों जैसी घटनाओं के खिलाफ चुप नहीं बैठतीं वे सिटी राइड बसों में लगे पैनिक बटन का तेजी से इस्तेमाल कर रही हैं। हर महीने औसतन 14,654 महिलाएं इस बटन को दबाकर परिवहन विभाग को सतर्क कर रही हैं।

2020 में शुरू हुई इस व्यवस्था ने महिला यात्रियों को एक नया आत्मविश्वास दिया है। आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में 8.4 लाख से अधिक महिलाएं पैनिक बटन का उपयोग कर चुकी हैं।बिहार के अलावा हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में भी पैनिक बटन प्रणाली लागू है।

पैनिक बटन योजना की शुरुआत निर्भया कांड के बाद सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा निर्भया फंड के तहत की गई थी। इसमें प्रत्येक पब्लिक बस में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस और पैनिक बटन लगाए गए, ताकि महिला सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इन डिवाइसेज़ को कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से जोड़ा गया है।

बिहार में 800 से अधिक सिटी राइड बसों में यह सुविधा उपलब्ध है। सबसे ज्यादा उपयोग की रिपोर्ट पटना जिले से मिली है, जहां प्रति माह लगभग 3500 छात्राएं और महिलाएं बटन दबाकर सुरक्षा अलर्ट भेजती हैं।

महिलाएं सिर्फ मनचलों के लिए ही नहीं, कई बार कंडक्टर या ड्राइवर की अनुचित हरकत पर भी बटन का इस्तेमाल कर रही हैं।