एक्शन में डीएम! गलती नहीं जानबूझ कर 'डॉग बाबू का बनाया गया निवास प्रमाण पत्र', जांच के लिए ब्लॉक कार्यालय पहुंचे जिलाधिकारी

Patna news - कुत्ते के नाम पर निवास प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में जांच के लिए खुद पटना डीएम ब्लॉक कार्यालय पहुंचे । उन्होंने बताया कि जानबुझकर सर्टिफिकेट जारी किया गया था।

 एक्शन में डीएम! गलती नहीं जानबूझ कर 'डॉग बाबू का बनाया गया
डॉग बाबू मामले की जांच के लिए डीएम पहुंचे ब्लॉक ऑफिस- फोटो : अनिल कुमार

Patna - जिलाधिकारी, पटना द्वारा अंचल मसौढ़ी में ‘‘डॉग बाबू’’ के नाम से निवास प्रमाण-पत्र जारी किए जाने से संबंधित मामले की आज जाँच की गई। उन्होंने नगर पुलिस अधीक्षक, पूर्वी के साथ प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय, मसौढ़ी पहुँच कर इस मामले की जाँच की। जाँच के समय जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, पटना; अनुमंडल पदाधिकारी, मसौढ़ी; भूमि सुधार उप समाहर्ता, मसौढ़ी एवं अन्य भी उपस्थित थे। 

छवि धूमिल करने का प्रयास

जिलाधिकारी ने कहा कि गलत साक्ष्य के आधार पर निवास प्रमाण-पत्र निर्गत करने हेतु आवेदन दिया गया था। इस तरह का कार्य अनजाने में नहीं किया गया है, बल्कि जानबूझ कर किया गया है। राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन की छवि को धूमिल करने के लिए जिन्होंने भी कुत्सित प्रयास किया है उनके विरूद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी। 

दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई

जिलाधिकारी ने कहा कि जाँच विधिवत ढंग से चल रही है। हम लोग मामले की तह तक जाएंगे। जो भी दोषी होगा उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। 

विदित हो कि अंचल मसौढ़ी में ‘‘डॉग बाबू’’ के नाम से निवास प्रमाण-पत्र निर्गत करने का मामला संज्ञान में आते ही अनुमंडल पदाधिकारी, मसौढ़ी को प्रारंभिक जाँच रिपोर्ट समर्पित करने का निदेश दिया गया था। इसमें पाया गया कि दिल्ली की एक महिला का आधार कार्ड संलग्न करते हुए आवासीय प्रमाण-पत्र हेतु आवेदन दिया गया था। 

स्थानीय थाना में आवेदक, आईटी सहायक एवं प्रमाण-पत्र निर्गत करने वाले राजस्व अधिकारी के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।  राजस्व अधिकारी द्वारा गलत साक्ष्यों के आधार पर दिए गए आवेदन को बिना विस्तृत जाँच किए प्रमाण-पत्र निर्गत कर दिया गया था। राजस्व अधिकारी को निलंबित करने की अनुशंसा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से की गई है। 

आईटी सहायक द्वारा बिना सम्यक जाँच के आरओ लॉगिन पर आवेदन स्वीकृति हेतु अग्रसारित किया गया था। आईटी सहायक को तत्काल प्रभाव से सेवामुक्त कर दिया गया है। 

नियम के विरूद्ध शपथ-पत्र देकर तथा किसी अन्य व्यक्ति के पहचान पत्र का दुरूपयोग कर गलत साक्ष्य के आधार पर निवास प्रमाण-पत्र हेतु आवेदन देने वाले आवेदक के विरूद्ध अनुसंधान की जा रही है। ऐसे प्रकरण का अंजाम देने वाले लोगों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उक्त निवास प्रमाण-पत्र को रद्द कर दिया गया है।