Rahul Gandhi 55th Birthday: राहुल गांधी के जन्मदिन पर दिल्ली में लगेगा रोजगार मेला! कांग्रेस ने बेरोजगारी को बनाया मुख्य मुद्दा
Rahul Gandhi 55th Birthday: राहुल गांधी के 55वें जन्मदिन पर कांग्रेस ने दिल्ली में विशाल रोजगार मेला आयोजित करने वाला है। 20,000 युवाओं ने पंजीकरण कराया।

Rahul Gandhi 55th Birthday: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी गुरुवार (19 जून 2025) को अपना 55वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर कांग्रेस पार्टी ने इसे पारंपरिक बधाइयों और कार्यक्रमों से अलग, युवाओं को रोजगार दिलाने और बेरोजगारी पर प्रहार करने के रूप में मनाने का फैसला लिया है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस और भारतीय युवा कांग्रेस की अगुवाई में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक विशाल रोजगार मेला आयोजित किया गया, जिसमें 100 से अधिक कंपनियों की भागीदारी और 20,000 युवाओं के पंजीकरण की खबरें सामने आई हैं।
बेरोजगारी पर राहुल गांधी का रुख
राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार के खिलाफ अपने तमाम भाषणों में बेरोजगारी को एक केंद्रीय राजनीतिक मुद्दा बनाया है। उनके अनुसार सरकार ने 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन युवाओं को सिर्फ परीक्षा रद्द, पेपर लीक और प्राइवेट ठेकेदारों की अस्थायी नौकरियां मिलीं।”
इस रोजगार मेले को कांग्रेस ने उनके राजनीतिक विचारों की जमीन पर कार्यान्वयन के रूप में देखा है। यह आयोजन न केवल राजनीतिक रूप से प्रासंगिक मुद्दे को उजागर करता है, बल्कि दिल्ली में पार्टी की संगठनात्मक पुनर्निर्माण रणनीति का भी हिस्सा है।
आयोजन की रूपरेखा: आंकड़ों में जानिए रोजगार मेले का स्वरूप
विवरण आंकड़े
स्थान दिल्ली
दिनांक 20 जून 2025
समय सुबह 10 बजे – शाम 4 बजे
पंजीकृत युवा 20,000+
भाग लेने वाली कंपनियां लगभग 100
उपलब्ध नौकरियां 5,000+
प्रमुख कंपनियां Zepto, Airtel, Blinkit, TATA, HDFC Bank, Flipkart, Mahindra, Axis Bank
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव के अनुसार, यह आयोजन राहुल गांधी की युवाओं के भविष्य के प्रति चिंता और सरकार की विफलता को उजागर करने का एक यथार्थवादी प्रयास है।
राजनीतिक और सामाजिक संदेश: कांग्रेस का नया ग्रासरूट एजेंडा?
इस कार्यक्रम के ज़रिए कांग्रेस न केवल बेरोजगारी की वास्तविक स्थिति को सामने लाने का प्रयास कर रही है, बल्कि युवाओं को सीधा संदेश दे रही है कि उनकी समस्याओं को पार्टी प्राथमिकता दे रही है।देवेंद्र यादव ने केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक समय था जब देशभर से युवा दिल्ली रोजगार के लिए आते थे, लेकिन आज खुद दिल्ली के युवा बेरोजगारी की सबसे बुरी मार झेल रहे हैं।”यह आरोप सीधे-सीधे भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों को लक्षित करता है — जो कि दिल्ली में सत्ता में रही हैं।