फुलवारी में हाफ पैंट और धोती वालों को मतदान करने से सुरक्षा बलों ने रोका कई बूथों पर बिना वोट दिए वापस लौटे लोग

फुलवारी में हाफ पैंट और धोती वालों को मतदान करने से सुरक्षा

पटना के संपतचक प्रखंड में महागठबंधन समर्थित राजद प्रत्याशी प्रोफेसर डॉ. रामानंद यादव के पक्ष में विभिन्न जाति वर्गों व अलग-अलग राजनीतिक दलों के समर्थक एकजुट होकर मतदान करते नज़र आ रहे हैं. फतुहा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत संपतचक इलाका एक बार फिर डॉ. यादव को बढ़त दिलाता दिख रहा है. स्थानीय मतदाताओं का आरोप है कि एनडीए प्रत्याशी और उनके सहयोगी दलों के नेताओं ने क्षेत्र में समुचित जनसंपर्क नहीं किया, जबकि डॉ. यादव लंबे समय से लोगों के बीच सक्रिय रहे हैं. इसलिए पुराने भरोसे के आधार पर बड़ी संख्या में मतदाता राजद प्रत्याशी को वोट दे रहे हैं.






उधर, फुलवारी शरीफ सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र में सीपीआई(एमएल) प्रत्याशी गोपाल रविदास (महागठबंधन) और जदयू के पूर्व मंत्री श्याम रजक (एनडीए) के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है. फुलवारी नगर परिषद के मुस्लिम बहुल इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक चुनावी जंग पूरी तरह कांटेदार है. दोनों दलों के समर्थक बूथों के बाहर मतदाताओं से पक्ष में मतदान की अपील कर रहे हैं. कड़ी सुरक्षा के बीच अब तक शांतिपूर्ण मतदान जारी है. कहीं से भी बड़े व्यवधान की पुष्टि नहीं हुई है, हालांकि कुछ अनियमितताओं की शिकायतें सामने आई हैं.

फुलवारी शरीफ के मिलकीयाना सामुदायिक भवन स्थित बूथ पर कई महिला मतदाताओं ने आरोप लगाया कि वोटर आईडी कार्ड होने के बावजूद सुरक्षा कर्मियों ने आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज़ की मांग की. हंगामे के बाद हस्तक्षेप होने पर महिलाओं को मतदान की अनुमति मिली, मगर नाराज़गी का माहौल बना रहा. चौहरमल नगर में हाफ पैंट और धोती पहनकर आए कई मतदाताओं को मतदान केंद्र में प्रवेश से रोक दिया गया, जिससे वहां आक्रोश देखने को मिला. यहां लोगों ने एनडीए प्रत्याशी श्याम रजक को बुलवाया. श्याम रजक के हस्तक्षेप के बाद उन्हें वोट देने दिया गया.

दिव्यांग व वृद्ध मतदाताओं में भी दिखा उत्साह.

मिलकीयाना मतदान केंद्र पर फुलवारी शरीफ विधानसभा क्षेत्र में 60 वर्षीय आबदा खातून अपने बेटे आमिर और बहू के साथ व्हीलचेयर से मतदान करने पहुंचीं. सुरक्षा बलों की मदद से उन्हें कक्षा के अंदर ले जाकर मतदान कराया गया. फुलवारी शरीफ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (प्लस टू हाई स्कूल) में निवासी राजू साहब के पुत्र चुनौती कुमार अपनी दिव्यांग मां को व्हीलचेयर पर बैठाकर मतदान कराने पहुंचे. राजकीय प्राथमिक विद्यालय बालक फुलवारी शरीफ थाना गेट पर मतदान करने पहुंची एक दिव्यांग महिला का उत्साह देखने लायक था.

72 वर्षीय दिव्यांग साजदा खातून भी अपने नाती जीशान के साथ राष्ट्रीय प्राथमिक विद्यालय फुलवारी शरीफ बालक केंद्र पर पहुंचीं और मतदान किया. परसा बाजार के सरकारी मतदान केंद्र पर रहीमपुर से आई महिलाओं का आरोप है कि उनका नाम वोटर लिस्ट से जानबूझकर काट दिया गया. पहले भी कई बार मतदान कर चुकीं ये महिलाएं आज मतदान से वंचित रह गईं और काफी नाराज़ दिखीं. 

बिना वोट दिए लौटे वापस

संपतचक के मध्य विद्यालय नया भवन सोनागोपालपुर बूथ पर नागेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी बेटी जूली कुमारी और पोती आरुषि कुमारी का नाम सूची से हटा दिया गया, जिससे वे वोट नहीं दे सकीं. मध्य विद्यालय फजीलाबाद स्थित बूथ पर चार घंटे तक ईवीएम मशीन उल्टी रखकर मतदान कराया जाता रहा. शिकायत के बाद अधिकारियों ने मशीन को सीधा करवाया, लेकिन तब तक कई मतदाता बिना मतदान किए वापस लौट गए.

संपतचक के राजकीय मध्य विद्यालय कस्तूरबा गांधी मतदान केंद्र में बड़ी संख्या में मतदाता कतार में खड़े दिखाई दिए. यहां पहली बार मतदान करने पहुंची युवती वंदना कुमारी ने कहा कि वह ऐसा जनप्रतिनिधि चुनना चाहती है जो हर वर्ग के लोगों के काम को आसानी से कर दे. चाहे गरीब मजदूर हों या पढ़ने वाले बच्चे, सबके लिए व्यवस्था समान होनी चाहिए.

संपतचक व फुलवारी शरीफ विधानसभा क्षेत्र से ग्राउंड रिपोर्ट