Bihar News: बिहार के सिद्धांत कुमार ने रचा इतिहास, ये काम करने वाले बने पहले बिहारी, अमेरिका में लहराएंगे परचम

Bihar News: बिहार के लाल ने देश भर में इतिहास रचा है। सिद्धांत ने अमेरिका में परचम लहराया है। आइए जानते हैं....

Siddhant Kumar
Siddhant Kumar created history- फोटो : social media

Bihar News: बिहार के लाल ने पूरे राज्य ही नहीं पूरे देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। छात्र का नाम सिद्धांत कुमार बताया जा रहा है। सिद्धांत मूल रुप से  सीवान जिले के सिमरिया गांव के निवासी हैं। सिद्धांत को अमेरिका की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT),कैम्ब्रिज में मास्टर डिग्री के लिए दाखिला मिला है। MIT दुनिया की नंबर-1 यूनिवर्सिटी मानी जाती है।

सिद्धांत को मिला O-1A वीजा

इसके साथ ही सिद्धांत को अमेरिकी सरकार ने O-1A वीजा (असाधारण क्षमता वीजा) भी प्रदान किया है। यह वीजा सिर्फ उन्हीं को दिया जाता है जिन्होंने विज्ञान, शिक्षा, व्यापार या खेल के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया हो। सिद्धांत यह वीजा और MIT में प्रवेश पाने वाले पहले बिहारी बन गए हैं।

8 में से 7 मानकों पर खरे उतरे सिद्धांत

सिद्धांत ने बताया कि अमेरिकी सरकार द्वारा निर्धारित O-1A वीजा के लिए आठ मानकों में से उन्हें सात मानकों पर योग्य पाया गया। यह वीजा उन्हें अमेरिका में पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी और अपना स्टार्टअप चलाने की स्वतंत्रता भी देता है।

Nsmch

बना चुके हैं क्लाइमेट टेक स्टार्टअप 

सिद्धांत सिर्फ एक होनहार छात्र ही नहीं बल्कि एक वैज्ञानिक, आविष्कारक और उद्यमी भी हैं। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में N Zero C Tech नामक स्टार्टअप की स्थापना की है। जो कार्बन कैप्चर तकनीक पर काम करता है। जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौती से निपटने के लिए सिद्धांत ने जो तकनीक विकसित की है। उसका भारत में भी एक यूनिट है जिसे पेटेंट भी मिल चुका है।

सीवान से  MIT तक का सफर

सिद्धांत की प्रारंभिक शिक्षा सीवान में हुई थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई की और IIT भी क्वालिफाई किया। बचपन से ही विज्ञान और नवाचार में रुचि रखने वाले सिद्धांत ने लगातार मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है।

बिहार का नाम किया रोशन

सिद्धांत की इस उपलब्धि से बिहार को गौरव की अनुभूति हुई है। वे आने वाले युवा वैज्ञानिकों और स्टार्टअप इनोवेटर्स के लिए प्रेरणा बनकर उभरे हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत, सच्ची लगन और नवाचार की भावना के साथ कोई भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकता है।