SVU Raid in Bihar: सीएम नीतीश की भ्रष्ट महिला अधिकारी के आवास से SVU की छापेमारी में क्या क्या मिला? करोड़ों की संपत्ति जान उड़ जाएंगे होश..
SVU Raid in Bihar: बिहार में स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने बड़ी कार्रवाई की। टीम ने गुरुवार को सीएम नीतीश के बड़े पदाधिकारी के कई ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में नगदी के साथ कई कीमत सामान बरामद हुई है।

SVU Raid in Bihar: बिहार प्रशासनिक सेवा (2011 बैच) की अधिकारी श्वेता मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों की जांच में बड़ी कार्रवाई हुई है। विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की टीमों ने गुरुवार को कटिहार, पटना और प्रयागराज स्थित उनके चार ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान टीम को 6.51 लाख रुपये नकद, 16 लाख रुपये मूल्य के जेवरात, 20 लाख रुपये से अधिक की बैंक और एफडी में राशि, पटना समेत अन्य शहरों में खरीदी गई जमीन के दस्तावेज सहित बड़ी मात्रा में अवैध संपत्ति के सबूत मिले हैं।
84% से अधिक संपत्ति
एसवीयू की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि श्वेता मिश्रा ने अपनी सेवा अवधि में आय के ज्ञात स्रोतों से 84.34% अधिक संपत्ति अर्जित की है। उनके खिलाफ पहले से ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज है। छापेमारी के बाद यह भी स्पष्ट हुआ है कि प्राथमिकी में दर्ज आरोपों के अतिरिक्त करीब 60 लाख रुपये की और संपत्ति पाई गई है।
इन ठिकानों पर हुई छापेमारी
कटिहार- मनिहारी स्थित लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी का कार्यालय और समाहरणालय के पास मिरचाबारी क्षेत्र में किराये का मकान।
पटना- शेखपुरा स्थित एजी कॉलोनी के आराध्या मेंशन का फ्लैट नंबर-202।
प्रयागराज- देवप्रयाग इरोबो संगम वाटिका, टाइप-2, मकान संख्या-144।
महंगे मकान और संपत्ति का खुलासा
प्रयागराज स्थित उनके आलीशान मकान में महंगे इंटीरियर पर करीब 30-35 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है। वहीं गाजियाबाद के नूरसराय में फ्लैट और राजनगर एक्सटेंशन के गौरस हाई स्ट्रीट में जी-14 नंबर का एक शॉपिंग स्पेस भी श्वेता मिश्रा के नाम से पाया गया है। 1.40 लाख रुपये के जेवरात की रसीदें और जमीन खरीद-बिक्री के दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
विवादों में रही हैं श्वेता मिश्रा
श्वेता मिश्रा पर पहले भी कई जिलों में पदस्थापना के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। डेहरी (रोहतास), आरा (भोजपुर), और पटना में विभिन्न पदों पर तैनाती के दौरान उनके खिलाफ कई शिकायतें हुई थीं। महिला आयोग में भी उनके खिलाफ एक मामला दर्ज है। एसवीयू की टीम द्वारा जब्त संपत्ति की विस्तृत जांच की जा रही है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।