पटना और आसपास के इलाकों में जल परिवहन की सुविधा होगी बेहतर, बिहार सरकार और भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग के बीच होगा एमओयू

पटना और आसपास के इलाकों में जल परिवहन की सुविधा होगी बेहतर,

Patna - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 सितंबर, 2025 को पटना में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI), पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान, पटना में प्रस्तावित जहाज मरम्मत सुविधा (Ship Repair Facility) की आधारशिला रखी जाएगी। यह परियोजना बिहार के जलमार्गों के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगी।

बिहार सरकार और IWAI के बीच समझौता ज्ञापन

इस कार्यक्रम का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा बिहार सरकार और भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के बीच शहरी जल परिवहन (Urban Water Transport) के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करना है। इस समझौते का उद्देश्य पटना और इसके आसपास के क्षेत्रों में जलमार्गों का उपयोग कर शहरी परिवहन को सुगम बनाना है। इससे न केवल यातायात का दबाव कम होगा, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल परिवहन का एक नया विकल्प भी मिलेगा।

वर्चुअल उपस्थिति और गणमान्य व्यक्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। पटना में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे, जिनमें पटना साहिब के सांसद श्री रविशंकर प्रसाद और दीघा के विधायक श्री संजीव चौरसिया शामिल हैं। ये सभी लोग IWAI टर्मिनल, गायघाट, पटना से वर्चुअल माध्यम से इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा बनेंगे।

जलमार्ग विकास का महत्व

यह परियोजना भारत सरकार की जलमार्ग विकास परियोजना का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश भर में नदियों और अंतर्देशीय जलमार्गों को आर्थिक और परिवहन गलियारों के रूप में विकसित करना है। जहाज मरम्मत सुविधा से जहाजों के रखरखाव और मरम्मत का काम स्थानीय स्तर पर ही हो सकेगा, जिससे समय और लागत दोनों की बचत होगी। इसके अलावा, यह क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा।

शहरी परिवहन को नया आयाम

शहरी जल परिवहन का समझौता ज्ञापन पटना जैसे शहरों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां सड़कों पर बढ़ती भीड़ एक बड़ी समस्या है। नदियों का उपयोग कर परिवहन प्रणाली को मजबूत करने से यात्रियों को एक सुगम, तेज और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा। इससे शहर का समग्र विकास होगा और भविष्य में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को भी बल मिलेगा।

आमंत्रण और भविष्य की उम्मीदें

इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों और हितधारकों को आमंत्रित किया गया है। इस परियोजना से यह उम्मीद की जा रही है कि यह बिहार में जलमार्गों के विकास को एक नई गति देगा और राज्य को राष्ट्रीय जलमार्गों के नेटवर्क से और अधिक मजबूती से जोड़ेगा। यह कदम बिहार की आर्थिक प्रगति में एक महत्वपूर्ण योगदान साबित हो सकता है।