Bihar MLC Byelection : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के महात्मा गाँधी के सिद्धांतों को साकार कर रहे हैं. बिहार विधान परिषद उपचुनाव में जदयू प्रत्याशी ललन प्रसाद ने गुरुवार को नामांकन के बाद ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए नीतीश कुमार ने उन्हें अब एमएलसी उम्मीदवार बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी है.
उन्होंने कहा कि मैं जिस अति पिछड़ा समाज से आता हूँ उस वर्ग के व्यक्ति को सीएम नीतीश ने बड़ी जिम्मेदारी दी है. आज भी इन वर्गों के लोगों को संविधान के बारे में ज्यादा अवगत नहीं है. नीतीश कुमार जो काम कर रहे हैं उसके बारे में भी ज्यादा जानकारी नहीं होता है. मैं नीतीश कुमार के कामों को गांव-गांव लेकर जाकर जदयू का परचम लहराऊंगा.
ललन प्रसाद ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नीतीश कुमार की जीत तय है. बिहार के जिस वर्ग को पचपनिया समाज कहा जाता है उस वर्ग को नीतीश कुमार ने बड़ा सम्मान देते हुए हमें एमएलसी उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि हमारे जैसे नौजवान साथी को उम्मीदवार बनाकर अति पिछड़ा को सम्मान दिया है. बिहार का पचपनिया समाज अब नीतीश की जय करेगा.
धानुक जाति से ललन प्रसाद
धानुक जाति से आने वाले 52 साल के ललन प्रसाद शेखपुरा जिले के 2001 से 2005 तक घाट कुसुंबा प्रखंड के जेडीयू अध्यक्ष रहे. ललन प्रसाद को सीएम नीतीश के करीबी नेता के रूप में जाना जाता है. वहीं वर्ष 2009 से 2013 तक शेखपुरा में जेडीयू के जिला उपाध्यक्ष भी रहे. शेखपुरा में जदयू को मजबूत करने के लिए वे जदयू के शुरुआती दौर से ही सक्रिय रहे हैं. खासकर नीतीश कुमार के नजदीकी के तौर पर इलाके में उनकी पहचान रही है.
NDA की जीत तय
विधानसभा कोटे की सीट होने के कारण संख्याबल के गणित से राजग के खाते में यह सीट जाना तय है. राजग के पास निर्दलीय लेकर 131 विधायक (मत) हैं. वहीं, आइएनडीआइए (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के पास 111 विधायक हैं. एआइएमआइएम (आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन) का एक विधायक है.