PATNA - बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इन दिनों बिहार यात्रा पर है। अपने इस यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव ने एक बयान दिया था । जिसको लेकर बिहार के राजनीति में खलबली मची हुई है। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यामंत्री के प्रगति यात्रा को लेकर कहा था कि यह य़ात्रा नीतीश कुमार की अलविदा यात्रा है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने नेता प्रतिपक्ष पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वह अपना देखे वह माता-पिता को अलविदा करने के चक्कर में लगे हुए हैं और वह खुद जड़ जमा कर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार ने विकास का काम किया है। उन्होंने बिहार को बनाया है।
तेजस्वी यादव को लेकर उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता ने क्या किया उनको बताना चाहिए। 15 साल ने बिहार में राज किया क्या किया। बिहार में अपहरण का उद्योग चला बिहार में सड़क खराब कर दिया। बिहार में बिजली खराब कर दिया। नीतीश कुमार ने 24 घंटा बिजली दिया। सड़क का जाल बिछा दिया। कानून व्यवस्था दुरुस्त कर दिया। अपहरण का उद्योग बंद कर दिया। उनको यह सब बोलना चाहिए।
बिहार लोक सेवा आयोग प्री परीक्षा को फिर कराने को लेकर धरना में तेजस्वी यादव के शामिल होने को लेकर ललन सिंह ने कहा कि उनको देने दीजिए उनका यही काम बचा है। कोई काम नहीं बचा हुआ है। पार्लियामेंट में हुई घटना पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस मंशा के साथ ही द्वारा में प्रवेश किया था। जब आपको पता है कि वहां प्रदर्शन हो रहा है तो आपको साइड से चले जाना चाहिए। लेकिन यह लोग मंशा के साथ गए थे वहां और धक्का मुक्की हो गया। यही उनकी नियत बताती है। वह धक्का मुक्की करने के उद्देश्य गए थे।
कांग्रेस और तेजस्वी यादव के द्वारा जदयू पर अंबेडकर विरोधी लगाए जाने पर कहां की कांग्रेस और तेजस्वी को क्या पता है कि कौन अंबेडकर विरोधी है। हम लोगों ने ही उनको भारत रत्न की उपाधि दिया। क्या कांग्रेस ने दिया। कांग्रेस भारत की उपाधि इंदिरा जी को देती थी। यह उनका काम है। उन्होंने कुछ नहीं किया। आरक्षण का विरोध उन्होंने किया। आज संविधान का किताब लेकर घूम रहे हैं। संविधान का ज्ञान नहीं है। संविधान में क्या प्रावधान है। जवाहरलाल नेहरू ने ऑन रिकॉर्ड संविधान सभा में आरक्षण का विरोध किया था।
तेजस्वी यादव के द्वारा महिलाओं के लिए योजना लाये जाने पर कहा की उनको देना है देते रहिए। उनको कौन पूछ रहा है। माल महाराज का मिर्जा खेले होली। माता-पिता भी ऐसे ही घोषणा करते थे। वही हाल इनका भी है।
पटना से रंजन सिंह की रिपोर्ट