मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा की शुरुआत पश्चिमी चंपारण से हो चुकी है। यह यात्रा के पहले चरण में बेतिया, मोतिहारी, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और वैशाली जैसे क्षेत्रों का दौरा शामिल है, जहां मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल के दौरान इन क्षेत्रों में हुई प्रगति का अवलोकन करेंगे। क्या इस यात्रा के दौरान वह मुजफ्फरपुर जिले में निर्माणाधीन पुल की प्रगति की जानकारी भी लेंगे, जिसका शिलान्यास उन्होंने स्वयं 10 वर्ष पूर्व किया था, लेकिन यह अभी तक पूरा नहीं हुआ है? हम बात कर रहे हैं पिछले दस वर्षों से अधूरे चंदवारा पुल की, जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2014-15 में किया था। इस पुल के निर्माण के लिए लगभग 45 करोड़ की लागत निर्धारित की गई थी, और इसे 2017-18 में पूरा किया जाना था, लेकिन यह अभी तक अधूरा है।
शहर के केंद्र में स्थित चंदवारा पुल के निर्माण से पूर्वी क्षेत्र के निवासियों को एनएच-57 से जुड़ने में सुविधा मिली है। इसके अलावा, बोचहा गयाघाट से दरभंगा की दिशा में यात्रा करने वाले लोगों के लिए दूरी में 10 से 15 किलोमीटर की कमी आई है। पुल के निर्माण के दौरान कई बाधाएं आईं, जैसे कि कभी पुल का पाया बह जाना तो कभी उसका झुक जाना। इसके बावजूद, पुल का निर्माण पूरा हुआ, लेकिन अब एप्रोच पथ के लिए भूमि अधिग्रहण में कठिनाइयाँ उत्पन्न हो गई हैं। इस संदर्भ में, 14 फरवरी को मुजफ्फरपुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भूमि अधिग्रहण के लिए आवश्यक राशि जारी की। हालांकि, 10 महीने बीत जाने के बाद भी भूमि अधिग्रहण नहीं हो पाया है, जिससे पुल अभी भी अधूरा है। करोड़ों रुपये की लागत के बावजूद, आम जनता को इसका लाभ नहीं मिल सका है, और मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल में बिहार के विकास के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
चंदवारा में निर्माणाधीन पुल के पूरा होने के बाद अखाड़ाघाट पुल पर लोड में काफी कमी आएगी। मुशहरी की दिशा से आने वाले वाहन, जो बोचहा गयाघाट या दरभंगा की ओर जाना चाहते हैं, सीधे इस पुल का उपयोग कर सकेंगे। इससे अखाड़ाघाट पुल पर लगने वाले जाम से भी लोगों को राहत मिलेगी। वर्तमान में, ये वाहन एनएच या शहर के भीतर से सिकंदरपुर अखाड़ाघाट पुल होते हुए जीरोमाइल तक पहुंचते हैं। इसी प्रकार, दरभंगा की ओर से आने वाले वाहन, जिन्हें मुशहरी या समस्तीपुर की दिशा में जाना है, उन्हें भी इस पुल के निर्माण के बाद यात्रा में काफी सुविधा प्राप्त होगी। मुजफफरपुर का चंदवारा पुल एक बार फिर सरकार की विकास दावों पर सवाल उठा रहा है।
रिपोर्ट- मणिभूषण शर्मा