Chhath Puja: छठ पूजा की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना के गंगा घाटों का निरीक्षण किया। सीएम विशेष जहाज से नौवहन करते हुए गायघाट तक के सभी घाटों का जायजा लिया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित कई अन्य मंत्री भी उनके साथ रहे।
वहीं विभिन्न विभागों से जुड़े वरीय अधिकारियों ने सीएम नीतीश को छठ की तैयारियों से जुड़ी व्यवस्थाओं से अवगत कराया। इस दौरान सीएम नीतीश ने मीडियाकर्मियों से बातचीत भी की। सीएम नीतीश ने कहा कि, आप चिंता मत करिए सब अच्छा हो जाएगा।
सीएन नीतीश से मीडियाकर्मियों ने पूछा कि घाट कैसा था तो उन्होंने कहा कि, लोगों को आने में पूजा करने में सहूलियत होगी। वहीं देखने हमलोग आए हैं। सब काम हो रहा है। सब चीज हो रहा है, सब एकदम अच्छा होगा। वहीं जब पूछा गया कि कई घाटों पर दलदल की स्थिति है तो उन्होंने कहा कि काम चल रहा है।
दरअसल, पटना में इस वर्ष गंगा नदी का जलस्तर काफी ज्यादा है। वहीं कुछ घाटों पर कीचड़ जैसी समस्या भी देखी जा रही है। सीएम नीतीश ने सारी व्यवस्था को देखा और अधिकारियों से तैयारियों के संबंध में जानकारी ली। छठ पूजा के दौरान व्रतियों और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। छठ पर्व शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से मनाया जा सके इसे लेकर सीएम नीतीश ने विशेष निर्देश दिए।
उन्होंने छठ पूजा में सुरक्षा, सफाई और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी इंतजाम से जुडी जानकारी ली। साथ ही जहाज पर सवार होकर तमाम घाटों का निरीक्षण किया। व्रतियों को हर प्रकार की सुविधा हो इसका विशेष ध्यान रखने को कहा गया।
एक अनुमान के मुताबिक पटना जिले में मनेर से मोकामा के बीच करीब 20 से 25 लाख लोग छठ पूजा में गंगा घाटों पर जुटेंगे। ऐसे में छठ के दौरान सारी व्यव्य्स्था चाक चौबंद रहे इसके लिए सीएम नीतीश ने खुद तैयारियों का जायजा लिय है। खासकर भीड़ के दौरान घाटों पर और गंगा नदी में लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत ना आए इस पर विशेष ध्यान देने कहा गया है।
छठ पर्व तैयारियों को लेकर बिहार सरकार ने अपना खजाना खोल दिया है. इस वर्ष छठ पूजा को लेकर पटना समेत सभी नगर निकाय को 25 करोड़ रूपये की राशि अवंटित की गयी है. वहीं, औरंगाबाद के देव नगर पंचायत को छठ को लेकर विशेष आवंटन किया गया है.
इस राशि की मदद से सभी घाटों पर बेरिकेडिंग, शौचालय, चेंजिंग रूम, स्ट्रीट लाइट, वॉच टॉवर, समेत अन्य आवश्यक कार्य करने का निर्देश मंत्री द्वारा दिया गया.
इस वर्ष छठ पूजा की शुरुआत 5 नवंबर से है. इस साल नहाय-खाय 5 नवंबर, मंगलवार के दिन होगा. नहाय खाय कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर किया जाता है. इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं नदी में स्नान और ध्यान के बाद सूर्य देव की पूजा करती हैं.
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर खरना मनाया जाता है. खरना के दिन महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं और छठी मैया की पूजा में लीन रहती हैं.
इस साल खरना 6 नवंबर, बुधवार के दिन है. 7 नवंबर के दिन छठ पूजा का तीसरा दिन है जिसमें डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. इसकी अगली सुबह 8 नवंबर, शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाना है. इसके साथ ही छठ पूजा की समाप्ति हो जाएगी.