NEW DELHI :- जनता दल (यूनाइटेड) के केंद्रीय कार्यालय 7 जंतर-मंतर में प्रेस वार्ता आयोजित की गई । इस वार्ता में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा (नेता, संसदीय दल, राज्य सभा), केंद्रीय मंत्री, भारत सरकार राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह और राष्ट्रीय प्रवक्ता सह सचिव राजीव रंजन प्रसाद जी मौजूद रहे । वरिष्ठ नेताओं ने ये कहा कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव एनडीए के साथ ही लड़ा जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि पूर्वांचलियों के लिए केजरीवाल का प्रेम झूठा है ।
केजरीवाल ने कईयों से किया धोखा
संजय कुमार झा ने कहा कि मैं ही नहीं, अब ये पूरी दिल्ली मानती है कि राजनीति को बदलने के नाम पर अरविंद केजरीवाल ने लोगों के साथ सिर्फ धोखा किया है । दिल्ली के हालात बदतर हैं। इनकी राजनीति चमक रही है । उनके धोखों की फेहरिस्त इतनी लंबी हो चुकी है, कि इस प्रेसवार्ता में उसे समेटना मुमकिन नहीं है। दिल्ली में बिहार और पूर्वांचल के लाखों साथी रहते हैं ।
दिल्ली को बनाने में बिहार और पूर्वांचल का योगदान
दिल्ली को बनाने में, बढ़ाने में और चलाने में हमारे बिहार और पूर्वांचल के साथियों का योगदान महत्वपूर्ण है । केजरीवाल जी ने हमारे बिहार और पूर्वांचल के साथियों को खूब ठगा है । आज दिल्ली में कोई अगर सबसे बदतर जिंदगी जी रहा है, तो वह हमारे बिहार और पूर्वांचल के साथी हैं । केजरीवाल जी, बिहार और पूर्वांचल के हमारे सीधे-साधे साथियों का वोट तो लेते हैं । लेकिन जब उनके लिए काम करने की बारी आती है, तो ठेंगा दिखा देते हैं । मैं आज फिर दोहराना चाहता हूँ, केजरीवाल जी बिहार और पूर्वांचल के लोगों से नफरत करते हैं । यह बात मैं तथ्यों के साथ कह रहा हूँ ।
बिहारियों से केजरीवाल को नफरत
ललन सिंह ने कहा कि ये वही केजरीवाल जी हैं, जिन्होंने बिहार के लोगों के बारे में कहा था कि वह 500 रुपये का टिकट लेकर दिल्ली आते हैं और पाँच लाख का इलाज कराकर लौट जाते हैं । सोचिए, ये कैसी मानसिकता है । ये पैसे सरकार के हैं, केजरीवाल जी के नहीं । इस सोच के पीछे केजरीवाल जी की बिहार के लोगों के प्रति नफरत साफ दिखती है । हम बिहार, पूर्वांचल के लोग कैसे भूल सकते कोरोना काल के वो दृश्य, जब केजरीवाल जी ने भूखे- प्यासे हमारे साथियों को दिल्ली से भगा दिया। इतना संवेदनहीन कोई कैसे हो सकता है। कैसे कोई लाखों लोगों को भूखा प्यासा- सड़क पर छोड़ सकता है । बिहार और पूर्वांचल से लाखों लोग काम करने के लिए दिल्ली आते हैं, तभी दिल्ली चलती है ।
केजरीवाल जी ने कोरोना काल में दिल्ली सरकार के अस्पतालों, यहां तक कि प्राइवेट अस्पतालों में भी इन लोगों के इलाज पर रोक लगा दी । जबकि केंद्र सरकार के अधीन अस्पताल सबका इलाज कर रहे थे । इसीलिए मैं कह रहा हूँ- केजरीवाल जी बिहार और पूर्वांचल के लोगों से नफरत करते हैं । दलित, पिछड़ा वर्ग का जब वोट चाहिए होता है । उनके प्रति केजरीवाल जी का प्रेम जाग जाता है । वह तत्काल दलित और पिछड़े वर्ग के महापुरुषों के अनुयायी बन जाते हैं । केजरीवाल जी के अंदर आजकल बाबा साहब को लेकर नया- नया प्रेम जागा है । हकीकत क्या है, यह सबको पता है ।
वोट हासिल करने के लिए लाए 1000 वाली स्कीम
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि इसी साल मुख्यमंत्री रहते हुए मार्च के बजट में केजरीवाल जी ने दिल्ली की महिलाओं को 1,000 रुपये हर महीने देने की घोषणा की। अभी तक दिल्ली की महिलाओं को एक रुपया भी नहीं मिला है। अब दूसरा झांसा दिया है- दिल्ली में महिलाओं को 21 सौ रुपये देंगे । मैं पूछता हूँ- केजरीवाल जी 10 महीने तक बजट वाली स्कीम आपको याद नहीं रही ? अब जब चुनाव नजदीक आया है, तब 2,100 रुपये का लालच देकर वोट हासिल करना चाहते हैं ।पंजाब में भी इन्होंने यही वादा किया था कि सरकार बनने पर महिलाओं के खाते में हजार रुपये देंगे। ढाई साल हो गए सरकार बने हुए। मगर किसी के खाते में एक रुपया नहीं आया । पैसे देने के नाम पर रजिस्ट्रेशन करवाते हैं, फॉर्म भरवाते हैं, कार्ड बनाते हैं। प्रचार हर काम का होता है । लेकिन दिल्ली और पंजाब दोनों जगह महिलाओं को एक रुपया नहीं दिया है । केजरीवाल जी कितने बड़े झांसेबाज हैं। उसे इस तरह समझिए। इन्होंने हाल ही में विदेश में पढ़ने वाले युवाओं के लिए बाबा साहब के नाम एक वादा किया। इसका खूब प्रचार किया है। इन्होंने करीब पाँच साल पहले भी यही स्कीम लॉन्च की थी। इतने समय में इन्होंने सिर्फ पाँच छात्रों को इसका फायदा दिया है। स्कीम पर खर्च किए 25 लाख, प्रचार पर करोड़ों फूँक दिए ।
REPORT - DHIRAJ SINGH