Bihar Politics: नेताप्रतिपक्ष और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा बिहार सरकार पर दिए गए बयान पर राजनीति गरमा गई है। तेजस्वी यादव ने हाल ही में कहा था कि बिहार को "मुख्यमंत्री नहीं, सुपर सीएम" चला रहे हैं और सरकार "साढ़े तीन लोगों के इशारे" पर काम कर रही है। उनके इस बयान पर पलटवार करते हुए बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने मंगलवार को तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि तेजस्वी यादव को इलाज की जरुरत है उनका दिमाग हैंग हो गया है।
तेजस्वी यादव को "इलाज की सलाह"
बिहार सरकार के मंत्री संतोष सिंह ने तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि, "तेजस्वी यादव का दिमाग हैंग कर गया है और जब दिमाग हैंग हो जाता है तो इसे मोबाइल कंपनी भी ठीक नहीं कर सकती। मेरा सुझाव है कि वह भारत-पाकिस्तान की अटारी सीमा पर स्थित अस्पताल में जाकर अपना इलाज कराएं।"
“किडनैपिंग इंडस्ट्री के मालिक कौन थे, यह सब जानते हैं”
संतोष सिंह ने तेजस्वी यादव के "डीके टैक्स" वाले बयान पर जवाब देते हुए कहा, "क्या वह अपना टैक्स भूल गए? उनके शासनकाल में बिहार में जंगलराज था। पूरा बिहार और देश जानता है कि उनके शासन में व्यापारियों की किडनैपिंग और फिरौती की घटनाएं आम थीं। लालू यादव की सरकार में 'किडनैपिंग इंडस्ट्री' शुरू हुई थी, जिसके मालिक कौन थे, यह बताने की जरूरत नहीं है।"
बिहार में “सुशासन की सरकार”
बेतिया जिले के लौरिया थाना क्षेत्र के मठिया गांव में शराब पीने से हुई पांच लोगों की संदिग्ध मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए संतोष सिंह ने कहा कि मामले की जांच जारी है। उन्होंने कहा, "फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हमारी सरकार सुशासन की सरकार है और जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।"
जगदानंद सिंह को NDA में आने का निमंत्रण
राजद कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को पहली पंक्ति में जगह नहीं मिलने पर भी संतोष सिंह ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, "जगदानंद सिंह को विकसित भारत की सोच के साथ आना चाहिए और एनडीए में शामिल होना चाहिए। उनका एनडीए में स्वागत है। वह हमारे चाचा हैं और मेरी उन्हें सलाह है कि कम से कम अपने समाज की इज्जत और प्रतिष्ठा को बचा लें। राजद में अब उनकी पूछ नहीं हो रही है, और वहां उन्हें सम्मान मिलने वाला नहीं है।" संतोष सिंह के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में चर्चाएं और तीखी हो गई हैं। दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है।