KHAGARIA : राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के सुप्रीमो पशुपति कुमार पारस और भतीजे चिराग पासवान के बीच तल्खी किसी से छुपी नहीं है। इसी कड़ी में चाचा पशुपति कुमार पारस ने भतीजे चिराग पर जमकर अपनी भड़ास निकाली है। मौका लोजपा के 24 वें स्थापना दिवस का था। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्म-भूषण रामविलास पासवान के पैतृक गांव खगड़िया के शहरबन्नी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोजपा के कार्यक्रम में पार्टी और दलित सेना के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर पशुपति कुमार पारस ने पार्टी संस्थापक रामविलास पासवान और दलित सेना के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद स्व. रामचंद्र पासवान की प्रतिमा के साथ स्मारक का अनावरण किया। इस दौरान चिराग पासवान पर हमला बोलते हुए पशुपति कुमार पारस ने कहा की अंतिम समय में जब पासवान जी बीमार पड़े तो इस ‘चांडाल’ व्यक्ति ने हमारे परिवार के किसी भी व्यक्ति को उनसे मिलने नहीं दिया। यह सबसे दु: खद घटना है। अंतिम समय में पासवान जी खोजते रहे की पारस कहां है प्रिंस कहां है।
कहा की घर के तमाम लोगों को खोजते रहे। लेकिन कोरोना के नाम पर यह लोग बहाना करते रहे और हमारे परिवार को किसी सदस्य को उनसे मिलने नहीं दिया। उल्टे कहा कि आपके और मेरे खून में फर्क है। पारस ने कहा कि ईश्वर साक्षी है की जो जैसा कर्म करेगा। उसको वैसा फल जरुर मिलेगा। यह गीता का ज्ञान है। हमेशा सत्य की विजय होती है।