Bihar Politics: आरसीपी सिंह, जिन्होंने कभी नीतीश कुमार के साथ मिलकर देश का नेतृत्व करने की बात की थी, जदयू पार्टी छोड़ने के बाद से अपने बागी तेवर दिखा रहे हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद मान-सम्मान की कमी के कारण उन्होंने अपनी अलग पार्टी आसा का गठन किया। आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर आज राजगीर के कन्वेंशन सेंटर में एक प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में भाग लेते हुए आरपी सिंह ने कहा कि आज से हमारे सभी कार्यकर्ता चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। नालंदा की सभी सात विधानसभा सीटों सहित जहां भी हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी, वहां जीत सुनिश्चित होगी। बिहार की जनता अब एक नई कुशल नेतृत्व की प्रतीक्षा कर रही है।
नालंदा जिले के सभी सात विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। यह आयोजन पार्टी की स्थापना के माध्यम से बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव लाने के उद्देश्य से किया गया। सम्मेलन का उद्देश्य संगठनात्मक विस्तार और जनसंपर्क अभियान को गति प्रदान करना है। इसके जरिए पार्टी की विचारधारा, रणनीति और नीतियों को स्थानीय स्तर पर पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह कार्यकर्ताओं को प्रेरित करेंगे। इस अवसर पर विधानसभा चुनाव की तैयारियों का भी मूल्यांकन किया जाएगा।
सम्मेलन के बाद सभी प्रखंडों में सदस्यता अभियान शुरू किया जाएगा। यह केवल एक संगठन नहीं है, बल्कि बिहार में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और पिछड़ेपन के खिलाफ एक आंदोलन है। पार्टी के गठन के तीन महीनों के भीतर ही 534 प्रखंडों में उपस्थिति दर्ज की जा चुकी है। पंचायत और बूथ स्तर पर संगठन को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
रिपोर्ट- राज पाण्डेय