Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर अभी से ही प्रदेश की सियासी हलचल तेज है। सभी पार्टियां अपने अपने स्तर से चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। एक ओर जहां सीएम नीतीश प्रगति यात्रा पर निकलें हैं तो वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीते दिन राजद पार्टी कार्यालय में अहम बैठक की। इस बैठक में तेजस्वी ने साफ कर दिया है कि इस बार विधायकों को टिकट यूं ही नहीं मिलेगी। तेजस्वी ने सभी विधायकों के सामने एक शर्त रखी है। अगर विधायक उस शर्त को पूरा करते हैं तभी उन्हें विधानसभा चुनाव का टिकट दिया जाएगा। ऐसे में माना जा रहा है कि राजद के कई मौजूदा विधायकों का पत्ता बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में कट सकता है।
विधायकों के सामने रखी शर्त
दरअसल, बीते दिन तेजस्वी यादव ने राजद कार्यालय में हुई बैठक में पार्टी नेताओं को गुटबाजी से बचने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अभी से टिकट की आस में न बैठें, बल्कि मेहनत पर ध्यान दें। तेजस्वी ने हिदायत दी कि शिकायत करना बंद करें और प्रदर्शन को बेहतर बनाएं ताकि अगले विधानसभा चुनाव में टिकट मिल सके। उन्होंने यह भी साफ किया कि जिसे टिकट मिलेगा उसके लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा।
तेजस्वी ने दिया निर्देश
तेजस्वी ने उपचुनाव में राजद के मजबूत क्षेत्रों में भी उम्मीद के विपरीत प्रदर्शन पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि यह आत्ममंथन का समय है। बता दें कि, मंगलवार को राजद कार्यालय में पार्टी के सदस्यता अभियान को लेकर आयोजित बैठक में तेजस्वी ने निर्देश दिया कि हर बूथ पर कम से कम 10 नए सदस्य बनाए जाएं। राष्ट्रीय प्रधान सचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सदस्यता अभियान को गति देने के लिए कहा कि अब जिलों के उपाध्यक्षों और प्रधान महासचिवों को भी सदस्यता पुस्तिकाएं दी जाएं। अभी तक यह जिम्मेदारी केवल विधायकों, पूर्व प्रत्याशियों और जिलाध्यक्षों को सौंपी गई थी।
तेजस्वी का दावा
मीटिंग के बाद तेजस्वी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि पार्टी को और कैसे मजबूत किया जाए संगठन को मजबूत किया जाए, इसको लेकर चर्चा हुई है। साथ ही सभी जिलों में सदस्यता अभियान चलाने पर भी सहमति बनी है। तेजस्वी ने कहा कि हमलोग 2025 में बिहार में राजद -महागठबंधन की सरकार बनाने जा रहे हैं। इसको लेकर पार्टी ने चर्चा की है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता देख चुकी है तेजस्वी 17 महीने की सरकार में क्या कर सकता है।
बैठक में नहीं पहुंचे जगदानंद सिंह
वहीं बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह अनुपस्थित रहे। बता दें कि विधानसभा उपचुनाव में महागठबंधन की तीन सीटों पर हार के बाद से वे पार्टी कार्यालय नहीं आ रहे हैं। बैठक में 40 प्रतिशत विधायक भी शामिल नहीं हुए। जो राजद के लिए चिंता का विषय बन गया है। वहीं इस अवसर पर डॉ. रामचंद्र पूर्वे, अवध बिहारी चौधरी, मनोज झा, संजय यादव, सैयद फैसल अली, अभय कुशवाहा, सुरेंद्र यादव, सुधाकर सिंह, तेज प्रताप यादव, और उदय नारायण चौधरी सहित अन्य नेता उपस्थित थे।