Bihar Road Accident: सासाराम में इंजीनियरिंग के छात्र की सड़क दुर्घटना में मौत, रास्ते में बाइक हादसे का हुआ शिकार, छात्रों ने सासाराम-बक्सर मुख्य मार्ग किया जाम
Bihar Road Accident: सासाराम के शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र की परीक्षा देने जाते वक्त सड़क हादसे में मौत हो गई। छात्रों ने होम सेंटर की मांग को लेकर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।

Bihar Road Accident: बिहार के सासाराम स्थित शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्र प्रिंस कुमार की कैमूर जिले में परीक्षा देने जाते समय बाइक हादसे में मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना उस समय घटी जब वह अपने परीक्षा केंद्र की ओर जा रहा था। परीक्षा की जगह इतनी दूर थी कि उसे बाइक से जाना पड़ा, जो अंततः उसकी जान पर भारी पड़ा।
छात्रों का फूटा गुस्सा, सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
प्रिंस की मौत की खबर जैसे ही कॉलेज पहुंची, छात्रों में गहरा आक्रोश फैल गया। सैकड़ों छात्र सासाराम-बक्सर मुख्य मार्ग पर खरारी मोड़ के पास एकत्र हो गए और सड़क जाम कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने टायर जलाकर विरोध जताया और मांग की कि सभी छात्रों को उनके घर के नजदीक 'होम सेंटर' की सुविधा दी जाए।छात्रों का कहना था कि परीक्षा केंद्र दूर होने के कारण हम छात्रों की जान जोखिम में पड़ जाती है। अगर यही सिस्टम रहा तो और भी जानें जाएंगी।”
पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में भी नहीं थमा आक्रोश
घटना की सूचना मिलते ही करगहर थाना पुलिस और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन छात्र नहीं माने। पुलिस द्वारा हटाए जाने के बाद भी वे थोड़ी देर में फिर से सड़क पर लौट आए और प्रदर्शन जारी रखा।प्रशासन द्वारा आश्वासन देने के बावजूद छात्रों की नाराजगी कम नहीं हुई। छात्रों ने यह साफ कहा कि जब तक व्यवस्था में सुधार नहीं होता, वे आंदोलन जारी रखेंगे।
एक और छात्र गंभीर रूप से घायल, अस्पताल में भर्ती
इस दुर्घटना में एक अन्य छात्र भी गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। मृतक प्रिंस कुमार का पोस्टमॉर्टम भभुआ में किया गया और बाद में शव परिजनों को सौंप दिया गया।
छात्रों की चेतावनी: "सिस्टम नहीं सुधरा, तो उग्र आंदोलन होगा"
छात्रों ने साफ चेतावनी दी है कि अगर सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन ने जल्द ही होम सेंटर की मांग को नहीं माना, तो वे जिला भर में आंदोलन करेंगे। छात्रों ने कहा, “हम पढ़ाई के साथ अपनी जान की भी सुरक्षा चाहते हैं। जब तक सिस्टम नहीं बदलेगा, हम चुप नहीं बैठेंगे।”