Bihar Politics : बरबीघा में एनडीए कार्यकर्ताओं सम्मेलन का हुआ आयोजन, मंत्री श्रवण कुमार सहित कई नेताओं ने किया शिरकत, नीतीश सरकार की गिनाई उपलब्धियां

Bihar Politics : बरबीघा में एनडीए कार्यकर्ताओं सम्मेलन का हु

Sheikhpura:-जिले के बरबीघा विधानसभा क्षेत्र के एसकेआर कॉलेज में बुधबार को एनडीए कार्यकर्ताओं का विशाल सम्मेलन आयोजित किया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या में एनडीए गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. जदयू के पूर्व जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार और शेखपुरा के पूर्व विधायक रणधीर कुमार सोनी की देखरेख में कार्यक्रम बेहद सफल रहा. सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में नवादा के बीजेपी सांसद विवेक ठाकुर और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल भी उपस्थित हुए. अतिथियों का स्वागत स्थानीय विधायक सुदर्शन कुमार के द्वारा अंग वस्त्र और गुलाब फूल का माला पहनकर किया गया. इसके अलावा अंजनी कुमार, रणधीर कुमार सोनी, इमाम गजली सहित एनडीए गठबंधन के कई वरिष्ठ नेताओं के द्वारा अतिथियों को अंग वस्त्र देकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम में बरबीघा और शेखपुरा विधानसभा से लगभग दस हज़ारे से अधिक लोग शामिल हुए. जदयू, भाजपा, लोजपा (रा), राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हम पार्टी के नेताओं ने अपनी-अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई. इस अवसर पर मुख्य अतिथि मंत्री श्रवण कुमार ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों को विस्तार से गिनाया.

मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि “जब आप यहां से लौटें तो 2005 के पहले और आज के बिहार की तुलना जरूर करिएगा. फिर गांव के दलान-खलिहान में चर्चा करिए और लोगों को बताइए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किस तरह से राज्य को बदहाल स्थिति से बाहर निकालकर विकास की राह पर आगे बढ़ाया. उन्होंने कहा कि बर्ष 2006 से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक पहल करते हुए जीविका के माध्यम से महिलाओं को जोड़ा. आज बिहार देश का पहला राज्य है जहां 11 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह बने और दो करोड़ से अधिक महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हुईं. “अब महिलाओं को पांच-दस हजार रुपए के लिए बैंकों का चक्कर नहीं लगाना पड़ता है. जीविका के माध्यम से मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर उन्हें राशि उपलब्ध होती है."

इस मौके पर नवादा के सांसद विवेक ठाकुर ने कहा कि “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली के क्षेत्र में जो प्रगति की है, वह अभूतपूर्व है. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बिहार के विकास के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. आज गांव-गांव में बच्चे स्कूल जा रहे हैं, छात्राओं को साइकिल और पोशाक योजना का लाभ मिल रहा है.यह परिवर्तन एनडीए सरकार की देन है. वहीं उन्होंने जनता से आग्रह किया कि बार जिले के दोनों विधानसभा सीट पर एनडीए के उम्मीदवार को जिताने का काम करें. भाजपा की प्रदेश नेत्री डॉ. पूनम शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि “2005 से पहले बिहार अंधकार में डूबा हुआ था.महिलाओं की स्थिति बेहद दयनीय थी. लेकिन एनडीए सरकार ने जीविका समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है. महिलाएं अब सिर्फ घर तक सीमित नहीं हैं बल्कि आर्थिक रूप से सशक्त होकर समाज में नेतृत्वकारी भूमिका निभा रही हैं. लोजपा की प्रदेश नेत्री सीमा सिंह ने कहा कि “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने हर वर्ग के लिए काम किया है. पहले जहां गांव में टूटी-फूटी सड़कें और खंडहरनुमा स्कूल दिखते थे, वहीं आज हर गांव में पक्की सड़क, बिजली और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध है.

इसके अलावा महागठबंधन के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को गाली दिए जाने का मुद्दा भी छाया रहा. सभी ने एक सुर में इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में बिहार की महिलाएं इस अपमान का बदला जरूर लेंगी. डॉ पूनम शर्मा ने कहा कि जिस तरह से एक अति पिछड़े प्रधानमंत्री की मां को गाली देने का काम विपक्ष ने किया, इसके लिए समस्त देशवासी खास कर महिलाएं राहुल गांधी और पूरे विपक्ष को कभी माफ नहीं करेगी. विवेक ठाकुर से लेकर मंत्री सरवन कुमार तक ने भी प्रधानमंत्री की मां को गाली दिया जाने का कड़ा विरोध किया.

सम्मेलन में, जदयू के सांसद सुनील कुशवाहा, भाजपा के पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल, लोजपा (रामविलास) की प्रदेश उपाध्यक्ष रीना सिंह, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव फजल इमाम मल्लिक, जदयू विधायक सुदर्शन कुमार, पूर्व विधायक रंधीर कुमार सोनी, भाजपा जिला अध्यक्ष रेशमा भारती, लोजपा जिला अध्यक्ष इम्म गजाली, हम पार्टी के जिलाध्यक्ष संतोष कुशवाहा, रालोमो जिला अध्यक्ष पप्पू राज मंडल समेत कई नेताओं ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. नेताओं ने एक स्वर में कहा कि 2005 से पहले के बिहार को याद करिए, जब स्कूल जर्जर भवनों में चलते थे और बुनियादी सुविधाओं का अभाव था.लेकिन आज स्थिति बदल चुकी है और यह परिवर्तन एनडीए सरकार की नीतियों और प्रयासों का नतीजा है. 

उमेश की रिपोर्ट