Bihar Vidhansabha Chunav 2025: शिवहर की परंपरा तोड़ पाएंगी डॉ स्वेता गुप्ता? अब तक किसी महिला ने नहीं जीता विधानसभा चुनाव, मुकाबला बना त्रिकोणीय
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: शिवहर विधानसभा, जो बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखती है, आज तक किसी भी महिला विधायक को सदन तक नहीं भेज पाई है। लेकिन इस बार...
SHEOHAR : शिवहर विधानसभा, जो बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखती है। आज तक किसी भी महिला विधायक को सदन तक नहीं भेज पाई है। हालांकि शिवहर लोकसभा सीट से महिलाओं को प्रतिनिधित्व का मौका जरूर मिला है। मगर विधानसभा की यह सीट अब तक पुरुष उम्मीदवारों के कब्ज़े में ही रही है। अबकी बार जदयू ने इस परंपरा को तोड़ने का बीड़ा उठाया है। सीतामढ़ी के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. वरुण कुमार की पत्नी डॉ. स्वेता गुप्ता को उम्मीदवार बनाकर पार्टी ने महिला नेतृत्व पर दांव खेला है। डॉ. स्वेता के सामने एक ओर जहां शिवहर की वर्षों पुरानी परंपरा को तोड़ने की चुनौती है, वहीं मैदान में कई सशक्त प्रतिद्वंद्वी भी हैं। उनके प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे और एनडीए सरकार के विकास कार्य अहम हथियार साबित हो सकते हैं।
राजद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. रघुनाथ झा के पौत्र नवनीत झा को मैदान में उतारा है। नवनीत झा को पार्टी की पुरानी पकड़ और तेजस्वी यादव के चेहरे का लाभ मिलने की उम्मीद है। बसपा से दो बार के विधायक मो. सरफुद्दीन भी मैदान में हैं, जो अपनी स्थानीय लोकप्रियता और संगठनात्मक पकड़ के कारण मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें जदयू के कुछ असंतुष्ट कार्यकर्ताओं का भी अंदरूनी समर्थन मिल रहा है। वहीं जन सुराज से युवा उद्योगपति नीरज कुमार सिंह लगातार पिछले दो साल से इलाके में सक्रिय हैं। प्रशांत किशोर के रणनीतिक सहयोग से उन्होंने चुनाव को रोचक और त्रिकोणीय मुकाबले में बदल दिया है।
अब तक दो ही बार महिलाएं शिवहर विधानसभा से चुनावी मैदान में उतरीं , 2010 में बसपा प्रत्याशी प्रतिमा देवी, जिन्हें मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा।2015 में हम पार्टी की लवली आनंद, जो थोड़े ही वोटों से हार गईं।दिलचस्प बात यह रही कि दोनों बार महिला उम्मीदवारों को हराने वाले उम्मीदवार वही थे बसपा के मो. सरफुद्दीन।
अब पूरा शिवहर यह देखने को बेताब है कि क्या इस बार डॉ. मैडम स्वेता गुप्ता वह काम कर पाएंगी जो अब तक कोई महिला नहीं कर सकी।शिवहर की जनता विकास, चिकित्सा और शिक्षा के मुद्दों पर सोच-विचार कर रही है कि अगर महिलाएं बड़ी संख्या में मतदान करने निकलती हैं, तो शिवहर के इतिहास में पहली बार महिला विधायक बनने की कहानी भी लिखी जा सकती है।
मनोज की रिपोर्ट