जो लोग जीवन में सरस वृत्ति रखते हैं उन्हें देवी सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है, क्योंकि जो अहंकार नहीं रखते हैं वो सरस होते हैं। ऐसे लोग ही सभी से विनम्रता के साथ अपने उपयोग का ज्ञान पा लेते हैं। जिसको ज्ञान होता है वो विपरीत परिस्थितियों को भी अपने ज्ञान से अपने पक्ष में कर लेता है और जीवन आसानी से जीता है।
हर इंसान को अपने जीवन में सामाजिक काम, नौकरी और बिजनेस में अपनी बुद्धि को विवेकी हंस के समान सफेद रखना चाहिए। यानी काली कमाई और गैर कानूनी कामों से दूर रहना चाहिए। टैक्स चोरी, छल-कपट, धोखे का काला दाग भी न लगे। हंस की तरह विवेक शीलता के साथ जीवन यशस्वी और आनंदमय हो जाता है। जो लोग अपने जीवन में गलत चीजों से दूर रहकर अपनी ताकत का उपयोग कर सभी को अपने साथ जोड़कर आगे बढ़ते हैं। उन्हें दुर्गा जी आशीर्वाद प्रदान करती हैं।
किसी भी बिजनेस में मालिक, मैनेजर, लेखा अधिकारी, खजांची सभी अपना काम समय से कुशलता से पूरा करते हैं, तो उनके आठ हाथ दुर्गा जी का रूप बना देते हैं। उनके आठ हाथों के दम पर सफल बिजनेस की ऐसी कहानी लिखते हैं कि उनका समाज अनुसरण करता है। जो इंसान अपनी बुद्धि ( सरस्वती ) और दुराग्रह से रहित बल यानी ( दुर्गा ) को अपने मन अनुसार निर्धारित लक्ष्य में रात दिन लगाए रखते हैं, लक्ष्मी जी उन्हीं के यहां प्रकट होकर आशीर्वाद देती हैं।
जब आप अपने लक्ष्य को साधते हुए लगातार काम करते हैं तो दिन में स्थापित बिजनेस, कारखानों और निवेश से दिन के साथ रात में भी पैसा अपने आप आने लगता है। इसको लगातार जारी रखने के लिए आपको लक्ष्मी जी के वाहन उल्लू की तरह रात में अपने काम और लक्ष्य से नजरें नहीं हटानी चाहिए।