सदर अस्पताल से गायब नवजात का कोई सुराग नहीं , मामला पुलिस के पास, स्पेशल सेल जांच में जुटी

सदर अस्पताल से गायब नवजात का कोई सुराग नहीं ,  मामला  पुलिस

Supaul - सदर अस्पताल  से बुधवार को नवजात शिशु के लापता होने के मामला अब तूल पकड़ लिया है। बुधवार की शाम तक बच्चा नहीं मिलने के बाद पीड़ित परिवार ने सदर थाना में अस्पताल प्रशासन पर बच्चा को चोरी कर बेचने का आरोप लगाते आवेदन देकर बच्चे के बरामदगी की गुहार लगाया है।आवेदन मिलते ही पुलिस हरकत में आई एसडीपीओ सदर अस्पताल पहुंच कर कर्मी व परिजन से पूछताछ के बाद स्पेशल सेल पुलिस टीम को जांच का जिम्मा सौंपा है।   स्पेशल सेल की टीम अस्पताल परिसर का निरीक्षण कर रही है और सीसीटीवी फुटेज, ड्यूटी स्टाफ तथा मौजूद लोगों से पूछताछ कर पूरे घटनाक्रम को समझने की कोशिश की जा रही है।

नवजात शिशु के पिता मधुबनी जिले के लौकही थाना क्षेत्र के पिपराही वार्ड 13 निवासी ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा कि उनकी पत्नी फूलकुमारी देवी ने अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली में पुत्र को जन्म दिया। जिसे आपात स्थिति में 07 दिसम्बर की शाम 7 बजे सदर अस्पताल में भर्ती कराया बच्चा ठीक हो रहा था। की 10 दिसम्बर को दिन के 2बजे अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि बच्चा गायब है। लेकिन उनका मानना है कि बच्चे को बेचने की नीयत से गायब किया गया है। 

अस्पताल प्रशासन प्रारम्भिक दौर में बच्चे के परिजनों पर ही दबाव बनाया और मौजूद कर्मी कह रहे थे कि बच्चे को वापस ले जाने के बाद बच्चे को वापस एसएनसीयू में वापस ही नही लेकर आया है । शक की सुई कभी नवजात के नानी कभी पिता कभी अन्य परिजनों पर लगा रहे थे।  लेकिन पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज को पुनः खंगाला तो देखा गया कि 9 बजे करीब बच्चे को बाहर ले गया और 10:30 बजे करीब बच्चे को एसएनसीयू वापस पहुंचा दिया।  इधर बच्चे के मां सहित परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है अस्पताल में अपने बच्चे की बरामदगी के लिए डटे हुए हैं। अस्पताल प्रशासन भीतर खाने  आंतरिक जांच शुरू कर दी है।

सिविल सर्जन लालन ठाकुर ने बताया कि पहले सीसीटीवी फुटेज देखने यह पता चल रहा था कि बच्चे की नानी बच्चे को बाहर ले गई और वापस नही लाया लेनिक पुनः सीसीटीवी फुटेज को गहनता से देखा गया। जिससे यह स्पस्ट हो गया कि बच्चे को कोई बाहरी व्यक्ति ले गया है। इसके लिए डीपीएम बालकृष्ण चौधरी सहित चार डॉक्टरों की टीम को जांच का जिम्मा सौंपा गया है । जांच कमिटि ने सुबह से 8 बजे से दिन के 02 बजे तक एसएनसीयू वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर हर्ष वर्धन, जीएनएम अर्चना भारती, धीरज कुमार, एनएम प्रतिभा रानी,कक्ष सेविका, शोभा कुमारी, वार्ड बॉय,विक्रम कुमार, ममता अनिता कुमारी 01 से बारी बारी से घटना की जानकारी लिया है। डीपीएम बालकृष्ण चौधरी ने बताया कि अभी जांच चल रही है जांच के बाद रिपोर्ट सिविल सर्जन को सौंपा जायेगा । 

जबकि परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। घटना के बाद लोगों में रोष व्याप्त है । घटना की जानकारी पर पहुंचे बहुजन समाज पार्टी के मधुबनी जिला प्रभारी , जिला अध्यक्ष नरेश राम,जिला प्रभारी गोपाल क्रांति, बद्री मुखिया, मनोज दास,अशोक  मुखिया,अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए सिविल सर्जन,पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर 10 घंटे के भीतर नवजात को बरामद करने का चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दस घंटे में बच्चा बरामद नही हुआ तो अस्पताल एंव एनच  को जाम कर उग्र आंदोलन किया जायेगा। 

इधर परिजनों व नेताओं का जमावड़ा देख कर सदर अस्पताल में करीब एक दर्जन फोर्स को सुरक्षा के लिए तैनात कर दिया है।  

सदर एसडीपीओ गौरव गुप्ता ने कहा कि मामले की हर एंगल से जांच चल रही है और जल्द ही सच्चाई सामने लाने का प्रयास किया जाएगा। पीड़ित परिवार को उचित न्याय मिलेगा।


रिपोर्ट - विनय कुमार मिश्र