Bihar Politics : छातापुर विधानसभा क्षेत्र में जनसंवाद कार्यक्रम में शामिल हुए वीआईपी नेता संजीव मिश्रा, कहा हमारा मकसद चुनाव लड़ना नहीं, वंचित,पिछड़े की आवाज बनना है...
Bihar Politics : वीआईपी नेता संजीव मिश्रा छातापुर विधानसभा क्षेत्र के बनैली पट्टी पंचायत में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में शामिल हुए. जहाँ उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी.....पढ़िए आगे

SUPAUL : आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियाँ तैयारियों में जुट गयी है। इसी कड़ी में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा छातापुर विधानसभा क्षेत्र के बनैली पट्टी पंचायत में जनसंवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। जहाँ उन्होंने लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया। इस दौरान उन्होंने गांव के विभिन्न वार्डों का भ्रमण कर स्थानीय निवासियों से उनकी समस्याएं और क्षेत्र की ज़मीनी हकीकत को जाना।
जनसंवाद अभियान के तहत मिश्रा ने ग्रामीणों से कहा कि आज भी हमारे समाज के अंतिम पंक्ति के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य सेवा हो या फिर सड़क व पेयजल की व्यवस्था। उन्होंने स्पष्ट किया कि वीआईपी पार्टी का उद्देश्य सिर्फ चुनाव लड़ना नहीं, बल्कि समाज के वंचित, पिछड़े और उपेक्षित वर्गों की आवाज़ बनना है। लोगों ने क्षेत्र में खराब सड़कों, शुद्ध पेयजल की कमी, युवाओं के लिए रोजगार और वृद्धावस्था पेंशन जैसी समस्याएं सामने रखीं। मिश्रा ने इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर समाधान कराने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम के दौरान युवाओं की भारी उपस्थिति रही, जिनमें शिक्षा और स्वरोजगार को लेकर विशेष रुचि दिखाई दी। इस अवसर पर मिश्रा ने कहा की हमारा प्रयास है कि हर गांव में बेहतर शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध हो, ताकि हमारे नौजवान बिहार में रहकर ही अपना भविष्य गढ़ सकें। उन्होंने कहा कि वीआईपी पार्टी सामाजिक न्याय और विकास का मिशन लेकर कार्य कर रही है और आमजन से जुड़े मुद्दों को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में ईमानदार और विकासशील नेतृत्व का चुनाव कर बिहार को एक नई दिशा दें। जनसंवाद कार्यक्रम के अंत में स्थानीय लोगों ने मिश्रा का जोरदार स्वागत किया और उनके द्वारा उठाए जा रहे जनहित के मुद्दों की सराहना की।
देबांशु प्रभात की रिपोर्ट