क्या सच में मछली जल की रानी है! पोखर में 20 क्विंटल मछलियों की मौत, मत्स्य अधिकारी ने शहर के लोगों पर फोड़ा ठिकरा

क्या सच में मछली जल की रानी है! पोखर में 20 क्विंटल मछलियों
तालाब के पास मरी हुई मछलियां- फोटो : रिषभ कुमार

Vaishali - शहर के ऐतिहासिक ताज बाज पोखर की पानी गंदगी की वजह से अत्यधिक जहरीला हो गया है। हालात ऐसे बन गए हैं कि पानी के अंदर घुलनशील ऑक्सीजन की मात्रा बहुत ही कम हो गई है। इसकी वजह से पोखर में करीब 20 क्विंटल से अधिक मछलियां मर गयी हैं। ऐसे ही स्थिति सोमवार को भी उत्पन्न हुई। तालाब में मछलियां मरकर पानी की ऊपरी सतह पर आ गईं। ताज बाज पोखर में अचानक मछलियां मर जाने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। तालाब में सड़ रही मछलियों से उठ रही दुर्गंध ने आसपास के नागरिकों का जीना मुश्किल कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि समय रहते व्यवस्था नहीं की गई तो गंभीर बीमारियां फैल सकती हैं। वहीं डीएफओ ने बताया कि भारी मात्रा में मछली की शिकायत पर मृत मछली का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट किया जा सकेगा।   

-मृत मछलियों को छानकर लोग बाजार में भी बेच रहें

स्थानीय लोगों व वार्ड पार्षद ने पोखर में मृत मछलियों से उठ रहें दुर्गंध की सूचना नगर परिषद को दिया। वहीं लोगों ने आरोप लगाया कि मृत मछलियों को छानकर लोग बाजार में भी बेच रहें है। सभी लोगों को हिदायत दी जा रही है कि मरी हुई मछलियां नहीं खाएं। मो. इरसाद, सुमित कुमार, धन्नजय कुमार आदि ने बताया कि मृत मछली से उठ रहें दुर्गंध से लोगों को सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। 

-मत्स्य विभाग को लिखा था पत्र 

पोखर में डाले जा रहें नाली की गंदी पानी को लेकर हाजीपुर प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति लि. के मंत्री गौतम सहनी ने जिला मत्स्य पदाधिकारी को बीते 9 अप्रैल 2025 काे पत्र के माध्यम से शिकायत किया था। जिसमें नगर परिषद द्वारा ताजबाज पोखर के दक्षिण पश्चिमी कोना से गुदड़ी बाजार एवं अन्य जगहों से कीचड़ एवं प्रदूषित गंदा पानी को पोखर में गिराया जाता है। जिससे तालाब की पानी एवं मिट्‌टी काफी प्रदुषित हो गई है। गंदगी की वजह से तालाब की मछलियां मर रही है। 

-वार्ड-21 के पार्षद ने डीएम से किया शिकायत   

ताजबाज पोखर में गंदगी से मछली मरने तथा उठ रहे दुर्गंध से मोहल्लेवासी की परेशानी को देखते हुए नगर परिषद के वार्ड-21 के पार्षद अमित कुमार ने जिलाधिकारी वैशाली को पत्र भेजकर शिकायत किया है। बताया कि प्रसिद्ध ताजबाज पोखर में विगत कई दिनों से बड़ी संख्या में मरी हुई मछलियां तैर रही है। इन मछलियों से उठ उत्पन्न दुर्गध और प्रदूषण के कारण स्थानीय आमजनों में विभिन्न प्रकार की बीमारियों फैलने का खतरा बना हुआ है। 

-मछलियां लगातार पानी में सड़ रही 


शहर के बीचों बीच प्रसिद्ध पोखर में चार दिनों से मछलियों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया था। जबकि मत्स्यपालक ने मृत मछलियों को बाहर निकालकर निस्तारित नहीं किया है। मछलियां लगातार पानी में सड़ रही हैं और दुर्गंध से आसपास के घरों में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि तालाब में पोखरा मोहल्ला, सुभाष चौक, गुदड़ी रोड आदि मोहल्ले की नालों की पानी व गंदगी से पोखर की पानी जहरीली हो गया। 

क्या कहते हैं अधिकारी 

इस संबंध में मत्स्य पदाधिकारी गणेश राम ने बताया कि -गंदगी की वजह से भी मछली मरने लगती है। पोखर में नाली की पानी गिरने से मछली मरने की शिकायत है। नाली की वजह से पोखर में जहरीली पानी बहकर आ गया है। गंदगी की वजह से भी मछली मरने लगती है। गंदगी की साफ सफाई के लिए नगर परिषद को पत्र लिखा गया है। पानी की सफाई के लिए नगर परिषद ने पोखर में बिल्चिंग पाउंडर डाला है। 12 घंटा में पानी फट जायेगा और मछली मरने की शिकायत थम जाएंगी। नगर परिषद से नाला बंद करने की मांग किया है।

रिपोर्ट - रिषभ कुमार