Bihar Vidhansabha Chunav 2025 : सीएम नीतीश को अपना नाम पता तक याद नहीं, 'ढांक तोप' कर रखते हैं अधिकारी, वैशाली की जनसभा में जमकर बरसे प्रशांत किशोर

Bihar Vidhansabha Chunav 2025 : सीएम नीतीश को अपना नाम पता त

VAISHALI : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर आज एक दिवसीय दौरे पर वैशाली पहुंचे। उन्होंने वैशाली के महनार प्रखंड में एक जनसभा को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कल दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक से गायब रहने को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश के सबसे गरीब राज्य के मुख्यमंत्री विकास के लिए नीति आयोग की बैठक में नहीं गए। बल्कि आज एनडीए (NDA) के मुख्यमंत्रियों की बैठक में इसलिए गए। ताकि वह भाजपा से अपनी पार्टी के लिए सीटों का मोलभाव कर सकें। चुनाव तक भाजपा नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर रखना चाहती है, उनको पता है कि अगर नहीं बना कर रखेंगे तो वह भाग कर उधर चले जाएंगे और केंद्र में 12 संसद का समर्थन भी है। प्रशांत किशोर ने कहा कि नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार इसलिए नहीं गए। क्योंकि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। और अगर वह कल की बैठक में जाते तो उन्हें दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों और नेताओं से मिलना पड़ता, उनसे बात करनी पड़ती, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पूरे देश की मीडिया के सामने आ जाती। यहां उनके करीबी अधिकारी, चाटुकार मंत्री और उनके सुरक्षाकर्मी उन्हें मीडिया और आम जनता से छिपा कर रखते हैं। उनको ढांक तोप कर रखा गया है।

प्रशांत किशोर ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाले जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लालू जी अपने परिवार में किसे रखते हैं या निकालते हैं, इससे बिहार को क्या लेना-देना है। आज भी वे चाहते हैं कि उनके बेटे तेजस्वी यादव राज्य के मुख्यमंत्री बनें। अगर उनमें हिम्मत है तो वे यह घोषणा करें कि उनकी पार्टी का चेहरा यादव समाज का सबसे काबिल व्यक्ति होगा, न कि उनका बेटा तेजस्वी। अगर वे यह घोषणा कर दें कि उनकी पार्टी का चेहरा यादव समाज का सबसे काबिल व्यक्ति होगा तो हम अपना पूरा अभियान वापस ले लेंगे और उनका समर्थन करेंगे।

प्रशांत किशोर ने कहा की नवंबर में बिहार का निजाम बदलने वाला है नया मुख्यमंत्री बनने वाला है। कहा की बिहार में किसी को सिपाही बनना है तो उसको फिजिकल टेस्ट देना है। शिक्षक बनना है तो मेडिकल टेस्ट देना होगा। लेकिन बिहार के मुखिया को ना शारीरिक जांच है ना मानसिक जांच है। उनका अपना नाम पता भी याद नहीं। कहीं स्टेज पर महिलाओं को पकड़ लेते हैं तो कभी राष्ट्रगान के समय ताली बजाने लगते हैं।  

वैशाली से ऋषभ की रिपोर्ट