Bihar politics - जातीय गणना की मांग करनेवाले राजद के बदले रंग, कहा – समाजिक न्याय के लिए जाति प्रथा को समाप्त करना जरुरी
Bihar politics - जातीय गणना कराने की मांग करनेवाली राजद अब जाति प्रथा को ही समाप्त करना चाहती हैै। पार्टी के एक नेता ने कहा कि आनेवाले समय के लिए यह बहुत जरुरी है।

Vaishali -केंद्र के जातीय गणना कराने के फैसले पर क्रेडिट लेने में सबसे आगे रही राजद अब जाति प्रथा को ही समाप्त करना चाहती है। यह बात पार्टी के वरिष्ठ नेता द्वारा कही गई है। उन्होंने कहा आनेवाले समय में हमारे बच्चे इस जाति के बंधन को नहीं मानेंगे। इसलिए अब इसे समाप्त करना चाहिए।
राजद नेता का यह बयान हैरान करनेवाला है। क्योंकि कल तक जो पार्टी जातीय जनगणना की हिमायती थी और बिहार में हुए जातीय जनगणना का क्रेडिट लेने में सबसे आगे खड़ी थी उस पार्टी के नेता अब जातीय बंधन तोड़ने का आह्वान करने लगे है। वैशाली के लालगंज में विधानसभा स्तर पर आयोजित सामाजिक न्याय परिचर्चा में भाग लेने पहुंचे बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और राजद नेता समीर महासेठ ने ऐसा कुछ कह दिया जिससे बिहार की राजनीति में जातीय जनगणना का मुद्दा फिर से गर्म हो गया है।
दरअसल केंद्र सरकार द्वारा जातीय जनगणना कराने के फैसले ने विपक्ष के सबसे बड़े चुनावी मुद्दा पर ऐसा वार किया कि कल तक जातीय जनगणना का राग अलापने वाली पार्टी अब जातीय बंधन को तोड़ने की बात कहने लगी है।
बच्चों के लिए जाति प्रथा समाप्त करना चाहते हैं
इतना ही नहीं समीर महासेठ ने सामाजिक न्याय पर बल देते हुए कहा कि कल को आपके और हमारे बच्चे अंतर जातीय विवाह कर लेंगे तो क्या करेंगे इसलिए हम लोग जाति प्रथा को ही समाप्त करना चाहते है।पूर्व मंत्री का यह बयान कई मायनों में अहम है लेकिन एक बात तो यह है कि बिहार में जातीय जनगणना कराने में अहम रोल निभाने वाली राजद केंद्र सरकार के फैसले के बाद जातीय बंधन को तोड़ कर भाजपा के सबका साथ सबका विकास मॉडल पर चुनावी वैतरणी पार करने की तैयारी में है।
Report - rishav kumar