Bihar News: जो 25 अगस्त को घर आने वाले थे, आज तिरंगे में लिपटकर लौटे, वैशाली के बेटे कुंदन कुमार शहीद, नम आंखों से लोगों ने दी विदाई

जो 25 अगस्त को घर आने वाले थे, आज तिरंगे में लिपटकर लौटे, वैशाली के बेटे कुंदन कुमार शहीद, नम आंखों से लोगों ने दी विदाई

Bihar News: जो 25 अगस्त को घर आने वाले थे, आज तिरंगे में लिप
वैशाली के बेटे कुंदन कुमार शहीद- फोटो : reporter

Bihar News: वैशाली के गौसपुर बरियारपुर गांव का माहौल बुधवार सुबह उस समय गमगीन हो गया, जब अरुणाचल प्रदेश में शहीद हुए जवान कुंदन कुमार का पार्थिव शरीर फूलों से सजी गाड़ी से गांव पहुंचा। जैसे ही गाड़ी तिरंगे से लिपटी देह लेकर पहुंची, पूरा गांव भारत माता के नारों से गूंज उठा।

लेकिन वीर बेटे के स्वागत में गर्व और ग़म दोनों मिले-जुले थे। गांव के हर गली-मोहल्ले से लेकर छतों और पेड़ों तक पर लोग अंतिम दर्शन के लिए जुटे। महिलाएं भी बड़ी संख्या में पहुंचीं। हर किसी की आंखें नम थीं, लेकिन दिलों में शान थी कि उनका बेटा मातृभूमि के लिए शहीद हुआ।

सबसे दर्दनाक पल उस समय आया, जब कुंदन की पत्नी बार-बार बेहोश होकर गिर पड़ीं। उनका कहना था कि “उन्होंने कहा था 25 अगस्त को आएंगे, लेकिन आज ही आ गए… तिरंगे में लिपटे हुए।”पत्नी के शब्द सुनकर मौजूद हर शख्स की आंखें भर आईं।

शहीद के पिता ने बताया कि 18 अगस्त को उन्हें सेना के अधिकारियों का फोन आया था। उन्होंने कहा कि “आपका बेटा आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गया है।” उस क्षण घर का हर सदस्य सुन्न हो गया था।

आज कुंदन का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। पूरे सम्मान के साथ उनका पार्थिव शरीर अंतिम यात्रा पर निकली। हाथों में तिरंगा लिए सैकड़ों लोग गाड़ी के पीछे-पीछे चल रहे थे। गांव के लोग गर्व से कहते हैं कि “कुंदन जैसे बेटे हर घर से निकलें, तभी देश सुरक्षित रहेगा। उन्होंने जान दी है ताकि हम चैन की सांस ले सकें।”

रिपोर्ट- ऋषभ कुमार