Job In Bihar: बिहार के युवाओं को अब रोजगार मिल रही है। राज्य में नौकरी करने वालों की संख्या बढ़ रही है। साथ ही राज्य में कई कंपनियां भी आ रही है। कंपनियों के आने के संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है। जिससे युवाओं के लिए नौकरी के अच्छे विकल्प सामने आ रहे हैं। आकड़ों को देखे तो बिहार में दो सालों में 91 हजार लोगों को रोजगार मिला है। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) के दायरे में प्रदेश में 4.5 लाख से अधिक कामगार आ गए हैं।
वहीं कर्मचारी राज्य बीमा निगम के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, 31 मार्च 2022 तक बिहार में ईएसआईसी के तहत केवल 3,058,980 कामगार थे। लेकिन अगले साल 31 मार्च 2023 तक बिहार में 4 लाख 11 हजार,210 कर्मचारी ईएसआईसी के दायरे में आ गए। इसका मतलब ये है कि एक साल में 52,230 कर्मचारियों का ESIC के दायरे में आए।
2023 के अंतिम वर्ष से 2024 के अंत से 31 मार्च, 2024 तक, ईएसआईसी द्वारा 4 लाख पचास हजार640 कर्मचारी आए। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार ईएसआईसी द्वारा 39,430 कर्मचारी ESIC के दायरे में आए। वहीं नौकरी करने वालों में पुरुषों से अधिक संख्या महिलाओं का है। 321 मार्च 2022 में बिहार में केवल 30 हजार 236 महिलाएं ESCI के दायरे में थीं। वहीं एक साल बाद महिलाओं की संख्या बढ़कर 37 हजार 677 हो गई। वहीं इस साल 31 मार्च 2024 तक महिलाओं की संख्या बढ़कर 43 हजार 804 हो गई है। मतलब आंकड़ों को देखे तो दो साल में 13 हजार 568 महिलाओं की वृद्धि हुई हैं जो नौकरी में आई हैं।
बता दें कि, बिहार में अगर रोजगार बढ़ा है तो इसकी बड़ी वजह है कि प्रदेश में कंपनियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। 2022 में जहां प्रदेश में केवल 30 हजार 669 कंपनियों की ओर से ही लोगों को काम दिए गए थे लेकिन 2023 में नियोजकों की संख्या 39 हजार 936 हो गई। यानी एक साल में 9267 नियोजक बढ़े। वहीं 2024 में मार्च तक नियोजकों की संख्या बढ़ कर 51 हजार 24 हो गई। यानी 2023 के मुताबिक इस साल 11 हजार 88 नियोजक बढें और दो साल में 20 हजार 255 नियोजकों की बढ़ोतरी हुई।