Bihar Sarkari Naukri: बिहार के उच्च शिक्षा क्षेत्र में एक नई शुरुआत होने जा रही है। राज्य के कई कॉलेजों में लंबे समय से खाली पड़े प्रधानाचार्य के पदों पर जल्द ही नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस महत्वपूर्ण निर्णय को बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने लिया है, जो राज्य के शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा राज्य के 171 कॉलेजों में प्रधानाचार्य के पदों पर नियुक्ति की जाएगी। राज्य में कुल 268 एफिलिएटेड कॉलेज हैं, जिनमें से 171 कॉलेजों में प्रधानाचार्य का पद लंबे समय से खाली पड़ा है। अब तक, इन कॉलेजों में कनीय प्रधानाध्यापक ही प्रभारी के रूप में कार्य कर रहे थे, जिससे कॉलेजों में प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्यों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा था।
इस मामले में राज्यपाल और बिहार के कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ का सख्त रुख सामने आया है। उन्होंने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालयों को जल्द से जल्द नियमित प्रधानाचार्यों की नियुक्ति के निर्देश दिए हैं। इसके बाद बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति ने यह स्पष्ट किया है कि इस संबंध में जल्द ही एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।
नियमित प्रधानाचार्यों की नियुक्ति से बिहार के कॉलेजों की शैक्षणिक और प्रशासनिक स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। इससे न केवल कॉलेजों में शैक्षणिक गतिविधियों को गति मिलेगी, बल्कि छात्रों को भी बेहतर शिक्षण सुविधाएं प्राप्त होंगी। साथ ही, कॉलेजों का समग्र विकास भी सुनिश्चित हो सकेगा। यह नियुक्ति बिहार के उच्च शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ा सुधार मानी जा रही है, जिसका लाभ छात्रों और शिक्षण संस्थानों दोनों को मिलेगा।